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राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अमेरिकी चुनाव की अखंडता पर संदेह जाहिर किया है. रविवार को उन्होंने कहा कि वोटों की गिनती की प्रक्रिया का लंबे समय तक चलना "भयावह" है.
अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के पहले डॉनल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंद्वी ने आखिरी जोर लगा दिया है. जनमत सर्वेक्षणों में जो बाइडेन पिछड़ते नजर आ रहे हैं तो आखिरी समय में महत्वपूर्ण राज्यों में ट्रंप आगे बढ़ते दिख रहे हैं. वहीं बाइडेन ने पेंसिल्वेनिया समेत दो अहम राज्यों के वोटरों को घर से निकलकर मतदान करने का आग्रह किया है.
अमेरिकी मतदाता इस बार रिकॉर्ड मतदान कर रहे हैं और डाक से मतदान के जरिए अब तक छह करोड़ लोगों ने अपना मत डाल दिया है. इनकी गिनती में कई दिन लग सकते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि मंगलवार रात विजयी उम्मीदवार घोषित नहीं हो पाएगा. ट्रंप ने नॉर्थ कैरोलिना में एक रैली के पहले पत्रकारों से कहा, "मुझे नहीं लगता है कि यह उचित है कि चुनाव के बाद लंबे समय के लिए इंतजार करना पड़े."
पेंसिल्वेनिया जैसे कई राज्यों में चुनाव वाले दिन तक मतों की गिनती की प्रक्रिया शुरू नहीं होती है.
ट्रंप बिना तथ्यों के लगातार आरोप लगाते आए हैं कि डाक से मतदान में फर्जीवाड़ा हो सकता है. हालांकि चुनाव से जुड़े विशेषज्ञ कहते हैं कि अमेरिकी चुनाव में ऐसा करना बहुत ही असाधारण बात है. 2016 के चुनाव में हर चार में से एक वोट डाक के जरिए डाले गए थे. कोरोना वायरस महामारी के समय डाक से मतदान को डेमोक्रेट्स वोट डालने के लिए सुरक्षित तरीका बताते रहे हैं जबकि ट्रंप और रिपब्लिकंस चुनाव वाले दिन वैयक्तिक रूप से भारी मतदान की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
ट्रंप अपनाएंगे कानूनी रास्ता
ट्रंप ने आगे कोई विवरण नहीं देते हुए कहा, "जैसे ही चुनाव खत्म होगा उसी रात हम अपने वकीलों के साथ जाएंगे." साथ ही ट्रंप ने उस रिपोर्ट को नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि वह चुनाव के बाद मंगलवार को समय से पहले ही अपनी जीत की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन ट्रंप ने यह साफ जरूर किया है कि चुनाव के बाद वह कानूनी लड़ाई की तैयारी जरुर कर रहे हैं. एक्सिओस रिपोर्ट पर जब बाइडेन से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति इस चुनाव को चुरा नहीं सकते."
प्रचार के दौरान अपनी पोती के साथ जो बाइडेन.
चुनाव में जीत के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के 270 वोट काफी अहम हैं और दोनों नेताओं के बीच टक्कर कड़ी दिख रही है. चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले राज्यों में ट्रंप ने ताड़बतोड़ रैलियां की तो वहीं बाइडेन भी अपनी ओर हवा का रुख करने के लिए लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं. फिलाडेल्फिया की एक रैली में बाइडेन ने कहा, "देश को मतदान करने से रोकने के लिए उनके पास कुछ भी नहीं है. उन्हें पता है कि अगर आपको अपने अधिकार के इस्तेमाल का मौका मिला तो उनके पास कोई विकल्प नहीं होगा. अमेरिकी जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है."
एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)(dw.com)