अंतरराष्ट्रीय
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधों के बावजूद रूस का ईरान के साथ सैन्य सहयोग जारी रहेगा. इसके लिए रूस अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का पालन करेगा.
उन्होंने कहा कि रूस इन प्रतिबंधों को 'नहीं मानता' है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सैन्य हथियारों से जुड़े प्रतिबंध लगाए थे, जो अक्तूबर 2020 में समाप्त हो गए. इसके तहत ईरान पर हथियारों की ख़रीद और बिक्री से जुड़ा कोई क़ानूनी प्रतिबंध नहीं था, फिर भी सुरक्षा परिषद ने इन प्रतिबंधों को फिर से लागू करने के लिए मतदान किया है.
अमेरिका ने प्रतिबंधों के पक्ष में मतदान किया, जबकि चीन और रूस ने इसका विरोध किया. रूस ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि वह इन प्रतिबंधों को नहीं मानता है.
बीबीसी फारसी सेवा के मुताबिक़, लावरोव ने रॉयटर्स ने कहा है, "संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध हटने के बाद ईरान के साथ हमारे सैन्य और तकनीकी सहयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं है, इसलिए हम अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का पालन करते हुए ईरान को ज़रूरी उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं."
"मैं फिर से कह रहा हूं कि यह अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का पूरी तरह से पालन करते हुए किया जा रहा है." (bbc.com/hindi)


