अंतरराष्ट्रीय
हमास का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू का भाषण 'गुमराह करने वाला' था.
इसराइली पीएम नेतन्याहू ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. जैसे ही नेतन्याहू मंच पर पहुंचे, कई देशों के प्रतिनिधि विरोध में हॉल से बाहर निकलने लगे.
नेतन्याहू के भाषण के बाद हमास ने टेलीग्राम पर एक बयान जारी किया है.
बीबीसी उर्दू के मुताबिक़, हमास ने इस बयान में कहा कि नेतन्याहू ने एक "गुमराह करने वाला" भाषण दिया, जिसमें "झूठ की एक लंबी लिस्ट" शामिल थी.
बयान में कहा गया, "झूठ सच्चाई को नहीं बदल सकता और दुनिया अब इस बात को ज़्यादा जानती है कि इसराइल ग़ज़ा में क्या कर रहा है."
हमास ने कहा, "हम दुनिया भर से अपील करते हैं कि वह ग़ज़ा में हत्या और तबाही को रोके."
बयान में कहा गया, "इसराइल को ग़ज़ा से हटने के लिए मजबूर करें."
साथ ही हमास ने बाक़ी देशों से फ़लस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देने की अपील की है.
इसराइली पीएम ने क्या कहा?
नेतन्याहू ने अपने भाषण में फ़लस्तीन को राष्ट्र का दर्जा देने को ‘सरासर पागलपन’ बताया और कहा कि कई देशों द्वारा मान्यता देना 'शर्मनाक' है.
नेतन्याहू का कहना था कि इसराइल के लाउडस्पीकर ग़ज़ा में उनके भाषण का प्रसारण कर रहे हैं.
उन्होंने हमास से कहा, "आप हथियार डाल दें, हमें अंदर जाने दें और बंधकों को छुड़ाने दें, वरना हम आपको ढूंढ निकालेंगे और मार डालेंगे."
हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, "हम आपको नहीं भूले हैं - एक पल के लिए भी नहीं. इसराइल के लोग आपके साथ हैं. (bbc.com/hindi)


