अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा है कि पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच आपसी रक्षा समझौते के बाद अन्य खाड़ी देश भी इसी तरह के समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहेंगे.
बीबीसी उर्दू के मुताबिक़, रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने अल जज़ीरा टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच सुरक्षा समझौते के बाद और क्षेत्र की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, इसका दायरा स्वाभाविक रूप से अन्य देशों तक भी बढ़ेगा."
उनका कहना है कि अपनी सुरक्षा के लिए, ये देश मीलों दूर किसी अन्य देश पर निर्भर रहने के बजाय एक ऐसे संप्रभु देश की ओर देखेंगे जिसके पास उनकी रक्षा करने की क्षमता हो.
जब पत्रकार ने ख़्वाजा आसिफ़ से दूसरे खाड़ी देशों को इसमें शामिल करने के बारे में सवाल पूछा, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "यह संभव है कि अगर जीसीसी में कोई देश ऐसा संकेत देता है, तो हम बाकी (देशों) को इसमें शामिल करने पर विचार कर सकते हैं, जैसा कि सऊदी अरब के साथ आपसी सहमति से हुआ है."
पाकिस्तान और सऊदी अरब के नेताओं ने इस समझौते को 'ऐतिहासिक' बताया है.
सऊदी अरब और परमाणु शक्ति संपन्न देश पाकिस्तान के बीच बुधवार को एक पारस्परिक सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है.
सऊदी अरब और पाकिस्तान की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, "पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने स्ट्रैटिजिक म्यूचुअल डिफेंस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं. दोनों देश किसी भी आक्रामकता के ख़िलाफ़ मिलकर काम करेंगे. अगर दोनों देशों में से किसी एक के ख़िलाफ़ भी कोई आक्रामक होता है तो इसे दोनों के ख़िलाफ़ माना जाएगा." (bbc.com/hindi)


