अंतरराष्ट्रीय
यूटा में एक कार्यक्रम के दौरान कंज़र्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली कर्क की गोली लगने से मौत हो गई.
कर्क, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क़रीबी साथी माने जाते थे. वह अमेरिका भर के अलग-अलग कैंपस में बहस कार्यक्रम करने के लिए जाने जाते थे.
ट्रंप ने लिखा है. "महान और दिग्गज चार्ली कर्क अब नहीं रहे. अमेरिका के युवाओं को कोई उतना नहीं समझता था और उनसे उतना प्यार नहीं करता था जितना चार्ली करते थे."
एफ़बीआई डायरेक्टर काश पटेल ने कहा है कि एक संदिग्ध को हिरासत में लेने के बाद अब छोड़ दिया गया है.
अधिकारियों का मानना है कि गोली छत से चलाई गई थी. बीबीसी वेरिफाई ने गोलीबारी के बाद ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो की जांच की है.
एक अन्य वीडियो में दिखता है कि कर्क से सामूहिक शूटिंग के बारे में सवाल किया जा रहा था और तभी गोली चली.
18 साल की उम्र में कर्क ने कंज़र्वेटिव ग्रुप टर्निंग प्वाइंट यूएसए की स्थापना की थी. (bbc.com/hindi)


