अंतरराष्ट्रीय

नेपाल की राजधानी काठमांडू में सैकड़ों युवाओं ने फ़ेसबुक, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया.
दिलचस्प है कि विरोध प्रदर्शन टिकटॉक पर एक ऑनलाइन ट्रेंड से तब शुरू हुआ जब नेपाली अधिकारियों ने संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में पंजीकरण न कराने पर 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बैन लगा दिया.
बीबीसी नेपाली सेवा के अनुसार, देश के कई शहरों में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन होने की ख़बर है.
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह और कई अन्य शख़्सियतों ने भी इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है.
पुलिस उपमहानिरीक्षक बिनोद घिमिरे ने बीबीसी नेपाली सेवा को बताया कि क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए देश के कई हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है.
सूचना एवं संचार मंत्रालय ने बताया है कि अब तक सोशल मीडिया के दो प्लेटफ़ॉर्म पंजीकृत हो चुके हैं और उन पर से प्रतिबंध हटा लिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर समेत दो प्लेटफ़ॉर्म ने पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी के लिए संपर्क किया है.
नेपाल सरकार का तर्क है कि वह सोशल मीडिया पर प्रतिबंध नहीं लगा रहे है बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों को नेपाली क़ानून के दायरे में लाने की कोशिश की जा रही है.(bbc.com/hindi)