अंतरराष्ट्रीय

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पिछले महीने अलास्का में हुई मुलाक़ात में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से यूक्रेन युद्ध ख़त्म करने को लेकर 'आपसी समझ' बनी है.
लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वे यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, जिसका प्रस्ताव ट्रंप ने दिया था और पुतिन से जवाब देने को कहा था.
चीन में एससीओ सम्मेलन के दौरान पुतिन ने यूक्रेन पर हमले के अपने फ़ैसले का बचाव किया और एक बार फिर युद्ध के लिए पश्चिम को ज़िम्मेदार ठहराया.
अलास्का बैठक के बाद अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ ने कहा था कि पुतिन यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी देने पर राज़ी हो गए हैं. हालांकि, रूस ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है.
अपने भाषण में पुतिन ने कहा कि अलास्का में ट्रंप से हुई उनकी मुलाक़ात में जो 'सहमति' बनी थी, 'उम्मीद है कि वे (ट्रंप) इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और यूक्रेन में शांति का रास्ता खोल रहे हैं.'
उन्होंने युद्ध के लिए 'पश्चिम की लगातार कोशिशों को भी ज़िम्मेदार ठहराया, जिनका मक़सद यूक्रेन को नेटो में शामिल करना था.' रूसी राष्ट्रपति लगातार इस विचार के ख़िलाफ़ रहे हैं कि यूक्रेन पश्चिमी सैन्य गठबंधन नेटो में शामिल हो.
2014 में पुतिन ने क्राइमिया पर कब्ज़ा किया और रूसी समर्थक गुटों ने पूर्वी यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर क़ब्ज़ा कर लिया. इसके सालों बाद, फ़रवरी 2022 में पुतिन ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर हमले का आदेश दिया. (bbc.com/hindi)