अंतरराष्ट्रीय

-मैक्स मात्ज़ा और एंथनी ज़र्चर
अमेरिका की एक अपीलीय अदालत ने फ़ैसला सुनाया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए ज़्यादातर टैरिफ़ अवैध हैं.
अदालत के इस फ़ैसले पर राष्ट्रपति ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "सभी टैरिफ़ अभी भी लागू हैं. आज एक बेहद पक्षपाती अपीलीय अदालत ने ग़लत तरीके से कहा कि हमारे टैरिफ़ हटाए जाने चाहिए, लेकिन उन्हें पता है कि आख़िर में अमेरिका ही जीतेगा."
इस फ़ैसले से क़ानूनी टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है, जिससे ट्रंप की विदेश नीति की योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं.
यह फै़सला ट्रंप के 'रेसिप्रोकल टैरिफ़' को प्रभावित करता है, जो दुनिया के ज़्यादातर देशों पर लगाए गए हैं.
इसमें चीन, मेक्सिको और कनाडा पर लगाए गए टैरिफ़ भी शामिल हैं.
7-4 के फै़सले में अमेरिका की फ़ेडरल सर्किट अपीलीय अदालत ने ट्रंप सरकार का यह तर्क ख़ारिज कर दिया कि ये टैरिफ़ आपातकालीन आर्थिक शक्तियों के क़ानून के तहत लगाए गए थे.
अदालत ने ट्रंप के इस क़दम को 'क़ानून के ख़िलाफ़' और 'अमान्य' करार दिया है.
यह फै़सला 14 अक्तूबर तक लागू नहीं होगा, ताकि सरकार को सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर सुनवाई की अपील करने का समय मिल सके. (bbc.com/hindi)