अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान ने एक प्रेस रिलीज जारी कर पहलगाम हमले, आतंकवाद और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पाकिस्तान ने कहा है, “पाकिस्तान आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करता है. आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस और अंतरराष्ट्रीय सहयोग हमारी नीति का आधार है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा पाकिस्तान आगे रहा है और अपने आतंकवाद विरोधी प्रयासों से वैश्विक शांति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.”
दरअसल आज अमेरिका ने लश्कर- ए- तैएबा के फ्रंट 'द रेज़िस्टेंस फ़्रंट' (टीआरएफ़) को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित किया.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था, "लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के फ़्रंट टीआरएफ़ ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले की ज़िम्मेदारी ली थी. इसमें 26 नागरिकों की मौत हुई. यह 2008 में लश्कर-ए-तैयबा के किए गए मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक हमला था."
अमेरिका के इस फ़ैसले के चंद घंटो बाद जारी इस प्रेस रिलीज़ में पाकिस्तान ने कहा, “पहलगाम में हुए हादसे की जांच के परिणाम अभी तक सामने नहीं आए हैं. भारत का पाकिस्तान विरोधी प्रचार को बढ़ावा देने का ट्रैक रिकॉर्ड पुराना है. जिसका उद्देश्य कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार के हनन को छिपाना है.”
पाकिस्तान ने कहा है, “हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करते हैं कि आतंकवाद के वैश्विक ख़तरे से निपटने के लिए गैर भेदभावपूर्ण नीतियां अपनाएं और मजीद ब्रिगेड जैसे आतंकवादी संगठनों को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के सहयोगी के रूप में नामित करें.”
वहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'द रेज़िस्टेंस फ़्रंट' (टीआरएफ़) को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित करने के अमेरिकी फ़ैसले की सराहना की. (bbc.com/hindi)