अंतरराष्ट्रीय

-गैरी ओ डोनोक्यू और एना फागुइ
अमेरिका के टेक्सस में ग्वाडालूप नदी के किनारे स्थित ईसाई लड़कियों का कैंप मिस्टिक कुछ दिन पहले तक एक ऐसी जगह थी, जहां हंसी और रोमांच का माहौल था.
लेकिन शुक्रवार तड़के लगातार बारिश के बीच नदी का जलस्तर सिर्फ 45 मिनट में करीब 8 मीटर तक बढ़ गया.
कई लड़कियां उस समय कैंप में सो रही थीं. ये कैंप नदी से महज 150 मीटर की दूरी पर स्थित था.
अब उन कैंप के कई बिस्तर कीचड़ से सने हुए हैं.
कैंप मिस्टिक के अंदरूनी हिस्सों में निजी सामान बर्बाद होकर बिखरा पड़ा है—वही जगह जहां कभी बच्चे बाइबल पढ़ने और कैंपफायर के गीतों के लिए जमा होते थे.
अब तक मध्य टेक्सस में आई बाढ़ से 78 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से कम से कम 68 मौतें केर काउंटी में हुई हैं, जहां कैंप मिस्टिक स्थित था. मृतकों में 28 बच्चे शामिल हैं.
मारे गए लोगों में कैंप मिस्टिक के लंबे समय से निदेशक रहे रिचर्ड 'डिक' ईस्टलैंड और कई युवा शामिल हैं. कैंप की दस लड़कियां और एक काउंसलर अब भी लापता हैं.
13 साल की स्टेला थॉम्पसन शुक्रवार को ऊंचाई पर स्थित एक केबिन में थीं, जब सुबह-सुबह आए तूफान ने उन्हें जगा दिया.
जैसे ही हेलीकॉप्टर उनके ऊपर से उड़ने लगे, उन्हें अहसास हुआ कि कुछ बहुत गंभीर हुआ है. जल्द ही उन्हें और उनके साथ मौजूद लड़कियों को पता चला कि कैंप के ग्वाडालूप नदी वाले हिस्से में बाढ़ आ गई है.
डलास स्थित एनबीसी से बात करते हुए स्टेला ने कहा, "जब हमें यह खबर मिली, तो हम सभी बहुत परेशान हो गए और लगातार प्रार्थना कर रहे थे. पूरा केबिन डर के माहौल में था. हम अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरी तरफ फंसे लोगों के लिए चिंतित थे."
स्टेला ने उन भयावह दृश्यों का ज़िक्र किया जब सेना के ट्रकों ने उन्हें और अन्य बचे लोगों को वहां से निकाला.
उन्होंने कहा, "वहां ज़मीन से उखड़े हुए बड़े-बड़े पेड़ और उनकी जड़ें बिखरी पड़ी थीं. यह अब कैंप मिस्टिक जैसा नहीं लग रहा था. यहां तक कि ऊंचाई पर रहने वाले भी सुरक्षित नहीं थे."
कैंप मिस्टिक के अधिक ऊंचाई वाले साइप्रस लेक इलाके में एक काउंसलर कैथरीन समरविल ने फॉक्स न्यूज़ को बताया, "हमारी कैबिन पहाड़ियों की चोटी पर थी, फिर भी वह पूरी तरह से पानी में डूब गई."
उन्होंने कहा, "हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है."
टेक्सस के लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने एक काउंसलर के साहस का उल्लेख करते हुए बताया कि उसने एक कमरे की खिड़की तोड़ दी, ताकि वहां फंसी लड़कियां बाहर निकल सकें.
उन्होंने कहा, "इन छोटी बच्चियों ने करीब 10–15 मिनट तक तैराकी की. ज़रा कल्पना कीजिए—अंधेरे में, तेज़ बहाव में, पेड़ों और चट्टानों के बीच से होती हुई वे सूखी ज़मीन तक पहुँचीं."
रविवार को जब बीबीसी की टीम कैंप पहुंची, तब तेज़ बारिश हो रही थी. वहां पुलिस का सख़्त पहरा था और चारों ओर मलबा बिखरा पड़ा था.
मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे राहत अभियान और कठिन हो सकता है.
बाढ़ आने के तीन दिन बाद अब उम्मीदें धुंधली पड़ने लगी हैं, और यह अभियान धीरे-धीरे राहत से ज़्यादा रिकवरी में बदल रहा है.
कैंप मिस्टिक को कई पीढ़ियों से एक ही परिवार चला रहा है. इसकी वेबसाइट के अनुसार, यह कैंप लड़कियों को 'सार्थक' ईसाई माहौल में 'आध्यात्मिक रूप से विकसित' होने का अवसर देता है.
हर साल गर्मियों में यहां अमेरिका भर से परिवार अपनी बेटियों को भेजते हैं. यहां वे तैराकी, कैनोइंग, घुड़सवारी जैसे हुनर सीखती हैं.
जिस ग्वाडालूप नदी की सुंदरता इतने लोगों को यहां खींचती है, वही इस बार जानलेवा साबित हुई.
बाढ़ का पानी अचानक आया और नदी किनारे बसे इस ख़ूबसूरत इलाके को तबाह कर गया. इस पूरे क्षेत्र में लगभग 20 यूथ कैंप स्थित हैं.
हालांकि कैंप मिस्टिक में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इस आपदा का असर बहुत व्यापक है.
वीकेंड की वजह से कितने अन्य कैंपर्स इस इलाक़े में मौजूद थे, इसका अभी ठीक-ठीक पता नहीं है.
नदी के इतने करीब इतने सारे कैंप क्यों बनाए गए थे और समय रहते बच्चों को सुरक्षित क्यों नहीं निकाला गया, इसको लेकर सवाल उठने लगे हैं.
इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अमेरिकी कांग्रेस सदस्य चिप रॉय ने कहा है कि किसी भी निष्कर्ष पर जल्दबाज़ी से नहीं पहुँचना चाहिए.
रॉय ने कहा, "अब प्रतिक्रिया ये होगी कि हमें ये सारे कैंप हटाने होंगे. लोग पूछेंगे कि पानी के इतने पास कैंप क्यों थे? तो इसका जवाब है कि कैंप पानी के पास होते हैं क्योंकि नदी किनारे की जगहें बेहद खूबसूरत होती हैं."
इधर, लापता लोगों के परिवार बेसब्री से किसी अच्छी ख़बर का इंतज़ार कर रहे हैं. बचावकर्मी लगातार काम कर रहे हैं.
टेक्सस के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने रविवार को कहा कि "हर लापता व्यक्ति के मिलने तक" अभियान किसी भी कीमत पर जारी रहेगा. (bbc.com/hindi)