अंतरराष्ट्रीय

'द लैंसेट' मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक़ अमेरिका की ओर से दी जाने वाली मानवीय सहायता में कटौती से 2030 तक 1 करोड़ 40 लाख लोगों की मौत का ख़तरा है.
सोमवार को प्रकाशित शोध में कहा गया गया है कि वित्तीय सहायता में कटौती के कारण जिन 1 करोड़ 40 लाख लोगों की जान जाने का ख़तरा है उनमें एक तिहाई बच्चे हैं.
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने मार्च में कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फोर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के 80 फ़ीसदी से अधिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है.
लैंसेट रिपोर्ट के सह-लेखक डेविड रसेला ने कहा है, "कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए यह झटका किसी वैश्विक महामारी या किसी बड़े सशस्त्र संघर्ष के पैमाने के बराबर होगा."
133 देशों के आंकड़ों पर नजर डालते हुए, शोधकर्ताओं की टीम ने 133 देशों के आंकड़ों के आधार पर अनुमान लगाया गया है कि यूएसएआईडी फंडिंग ने 2001 और 2021 के बीच विकासशील देशों में नौ करोड़ से अधिक मौतों को रोका है.
यूएसएआईडी दुनिया भर के 100 से ज़्यादा देशों में वित्तीय मदद पहुँचाती रही है. यूएसएआईडी को फंड अमेरिकी बजट में आवंटित होता था.
2024 में अमेरिका ने यूएसएआईडी के लिए 44.20 अरब डॉलर का फंड आवंटित किया था. यह अमेरिका के 2024 के कुल बजट का 0.4 प्रतिशत था. (bbc.com/hindi)