अंतरराष्ट्रीय
संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि 11 सप्ताह की नाकेबंदी के बाद ग़ज़ा में सहायता सामग्री पहुंच तो गई है, लेकिन अभी तक इसका वितरण नहीं हो पाया है.
इसराइली अधिकारियों ने बताया है, "सुरक्षा जांच के बाद" मंगलवार को 93 सहायता ट्रक ग़ज़ा पट्टी में प्रवेश कर गए.
वहीं संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कार्यालय का कहना है कि सहायता सामग्री को केवल फ़लस्तीनी सीमा तक ही पहुंचाया गया है.
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि ग़ज़ा में उसकी टीम ने मंगलवार को क्रॉसिंग तक पहुंचने और सहायता सामग्री प्राप्त करने के लिए घंटों इंतज़ार किया, लेकिन इसराइली सेना ने अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी है.
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ग़ज़ा में भुखमरी की चेतावनी के बीच नागरिकों तक सहायता पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है.
इसराइली सेना का कहना है कि इस सहायता में बेकरी के लिए आटा, शिशु आहार, चिकित्सा उपकरण और दवाएं शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर जारी संदेश में कहा गया है, "आईडीएफ ग़ज़ा पट्टी में मानवीय सहायता उपलब्ध कराना जारी रखेगा और यह सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास करेगा कि यह सहायता आतंकवादी संगठन हमास के हाथों में न पहुंचे."
सोशल मीडिया पर ग़ज़ा के लोगों को संबोधित एक अन्य संदेश में इसराइली सेना के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने कहा, "हम वे नहीं हैं जिन्होंने आपको भोजन, घर और धन से वंचित किया है. युद्ध शुरू करने के लिए हमास जिम्मेदार है. नागरिकों की इस दशा के लिए भी वह जिम्मेंदार है, उसने विनाश लाया है और वह निर्माण करने वाला नहीं है." (bbc.com/hindi)