अंतरराष्ट्रीय
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में केरल में मिले कोविड-19 वायरस के वैरिएंट जेएन-1 को “वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट” का दर्जा दिया है.
पिछले दिनों ये वैरिएंट एकाएक कई देशों में नज़र आया है. इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में भी तेजी से इज़ाफा हुआ है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक्स पर लिखा है कि इसका संक्रमण तेजी से फैलने की वजह से जेएन.1 को अलग से वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट की संज्ञा दी जा रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन किसी वैरिएंट को ये दर्जा तब देता है जब वह चाहता है कि इस वैरिएंट पर निगाह रखी जाए, संक्रमण रफ़्तार पर नज़र रखी जाए और लगातार मॉनिटरिंग की जाए.
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को इस बाबत राज्य सरकारों से कहा है कि जांच का दायरा बढ़ाया जाए और कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्कता बरती जाए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि “यह अनुमान लगाया गया है कि ये वैरिएंट विशेष रूप से उन देशों में वायरल और बैक्टिरियल संक्रमण में उछाल के बीच सार्स-कोव-2 मामलों में वृद्धि ला सकता है, जहां अब सर्दियां आ रही हैं."
इस वैरिएंट के मामले अमेरिका, चीन और सिंगापुर और भारत में दर्ज किए गए हैं.
चीन में अब तक इसके सात मामले दर्ज किए गए हैं. (bbc.com/hindi)


