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चरमपंथ से जुड़े आरोप में गिरफ़्तार पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील ईमान मज़ारी को जेल से रिहाई के बाद दोबारा गिरफ़्तार कर लिया गया. दरअसल, सोमवार को इस्लामाबाद की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी.
ईमान पीटीआई की पूर्व नेता शिरीन मज़ारी की बेटी हैं. ईमान के वकील ज़ैनिब जनुआ ने दोबारा उनकी गिरफ़्तारी की पुष्टि की और आरोप लगाया है कि हिरासत में लेते वक्त ना ही उन्हें अरेस्ट वारंट दिखाया गया, ना ही एफ़आईआर की कॉपी.
वहीं पुलिस का कहना है कि बहरा काहू थाने में उनके खिलाफ़ एक आतंकवाद से जुड़ा केस दर्ज है, उसी मामले में ईमान की गिरफ़्तारी की गई है.
पाकिस्तानी सेना की निंदा करते हुए उन्होंने एक भाषण दिया था. जिसके बाद 20 अगस्त को मज़ारी को उनके घर से सादी वर्दी में आए अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया था. उनकी गिरफ़्तारी की काफ़ी निंदा हुई थी.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियो में पश्तून तहफ़ूज मूवमेंट (पीटीएम) की एक रैली में मज़ारी कहती दिखती हैं, ''आप लोगों को ऐसे रोका जा रहा है जैसे आप आतंकवादी हैं, जबकि असली आतंकवादी जीएचक्यू (पाकिस्तानी सेना मुख्यालय) में बैठे हुए हैं.''
तब पाकिस्तान के मंत्री मुर्तज़ा सोलांगी ने मज़ारी के भाषण को निंदनीय बताया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख की कोई आतंकवादियों से कैसे तुलना कर सकता है.