अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान में मौजूदा साल की पहली छमाही के दौरान औसत महंगाई बढ़ कर 33 फ़ीसदी तक जा सकती है.
मूडीज एनालिटिक्स के एक सीनियर इकोनॉमिस्ट ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा है कि पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के ट्रेंड और विदेशी मुद्रा भंडार संकट को देखते हुए अकेले आईएमएफ़ का बेलआउट पैकेज भी अर्थव्यवस्था को संकट से बाहर निकालने के लिए नाकाफ़ी है.
मूडीज एनालिटिक्स की सीनियर इकोनॉमिस्ट कैटरिन ऐल ने कहा,’’ सिर्फ़ आईएमएफ के बेलआउट पैकेज के भरोसे अर्थव्यवस्था को संकट से निकालने की उम्मीद नहीं की जा सकती. पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को लगातार ठोस प्रबंधन की ज़रूरत है.’’
उन्होंने कहा,‘’ पाकिस्तान के लिए निश्चित तौर पर आगे का सफ़र काफी कठिन है. लेकिन हमें उम्मीद है सरकार 2024 में राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों को कड़ा बनाए रखेगी.’’
पाकिस्तान इस वक़्त गहरे आर्थिक संकट में फंसा हुआ है. पिछले साल के जनवरी महीने से 2023 के जनवरी महीने तक खुदरा महंगाई दर बढ़ कर 27.5 फीसदी पर पहुंच गई है.
महंगाई दर 27.5 फ़ीसदी पर पहुंची
पाकिस्तान इस वक़्त गहरे आर्थिक संकट में फंसा हुआ है. पिछले साल के जनवरी महीने से 2023 के जनवरी महीने तक खुदरा महंगाई दर बढ़ कर 27.5 फ़ीसदी पर पहुंच गई है.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घटता जा रहा है. तीन फ़रवरी को खत्म हुए सप्ताह में यह सिर्फ 2.91 अरब डॉलर का रह गया था.
लेकिन अगले कुछ महीनों के दौरान उसे मूल क़र्ज़ और ब्याज मिला कर 9 अरब डॉलर चुकाने होंगे.
पाकिस्तानी रुपए की क़ीमत बेतहाशा गिर रही है और इस वजह से उसके सामने क़र्ज़ का पहाड़ खड़ा हो गया है.
पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच बेलआउट के लिए फ़िलहाल कोई समझौता नहीं हो पाया है. पाकिस्तान को डिफॉल्ट से बचाने के लिए ये डील ज़रूरी है. लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई है.
पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच बेलआउट पर फ़िलहाल सहमति नहीं
पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच बेलआउट के लिए फ़िलहाल कोई समझौता नहीं हो पाया है. पाकिस्तान को डिफॉल्ट से बचाने के लिए ये डील जरूरी है. लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई है.
पाकिस्तान को आईएमएफ से 1.1 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिलना था. बेलआउट पैकेज का ये हिस्सा 2.5 अरब डॉलर के उस पैकेज हिस्सा है, जिस पर आईएमएफ और पाकिस्तान के बीच 2019 में सहमति बनी थी.
आईएमएफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में कई स्ट्रक्चरल सुधार करने को कहा है. इसमें तेल, गैस और बिजली के दाम बढ़ाने को कहा गया है. आईएमएफ के रुख को देखते हुए पाकिस्तान में नेचुरल गैस के दाम बढ़ाए गए हैं. आईएमएफ कुछ नए टैक्स लगाने की भी मांग कर रहा है. (bbc.com/hindi)