अंतरराष्ट्रीय

-अब्दीरहीम सईद
तालिबान ने ट्विटर को वेरिफ़िकेशन फ़ीचर के लिए भुगतान करना शुरू कर दिया है. इसका मतलब है कि अब कुछ तालिबान नेताओं के अकाउंट्स को ब्लू टिक मिलेंगे.
इससे पहले ब्लू टिक ट्विटर पर सक्रिय, नामी-गिरामी और विश्वसनीय अकाउंट्स को दिया जाता था. इसे ख़रीदा नहीं जा सकता था.
लेकिन अब यूज़र्स नई ट्विटर ब्लू सर्विस के ज़रिए इसे ख़रीद सकते हैं.
कम से कम दो तालिबान अधिकारी और चार प्रमुख समर्थक अफ़ग़ानिस्तान में ब्लू टिक का इस्तेमाल फ़िलहाल कर रहे हैं.
तालिबान के सूचना विभाग के प्रमुख हिदायतुल्लाह हिदायत के पास अब ब्लू टिक है. उनके ट्विटर पर 1 लाख 87 हज़ार फ़ॉलोअर्स हैं और वो रोज़ाना तालिबान प्रशासन से जुड़ी सूचनाएं साझा करते हैं.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बीते महीने उनका पेड ब्लू टिक हटा दिया गया था, लेकिन अब ये फिर से दिख रहा है.
अफ़ग़ानिस्तान के सूचना और संस्कृति मंत्रालय में मीडिया वॉचडॉग के प्रमुख अब्दुल हक़ हम्माद के पास भी अब ब्लू टिक है और इस प्लेटफ़ॉर्म पर उन्हें 1 लाख 70 हज़ार लोग फ़ॉलो कर रहे हैं. तालिबान के बड़े समर्थकों ने भी ब्लू टिक पा लिया है.
पहले तालिबान अधिकारी के तौर पर पहचाने जाने वाले मोहम्मद जलाल ने सोमवार को ट्विटर के नए मालिक की ख़ूब तारीफ़ की और कहा कि एलन मस्क 'ट्विटर को फिर से महान' बना रहे हैं.
ट्विटर पर कट्टर इस्लामी लोगों की मौजूदगी कुछ समय से विवाद का विषय रही है.
अक्टूबर 2021 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस प्लेटफ़ॉर्म से सस्पेंड किए जाने के बाद कहा, "हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां ट्विटर पर बड़ी संख्या में तालिबानी मौजूद हैं, लेकिन आपके पसंदीदा अमेरिकी राष्ट्रपति को चुप करा दिया गया है."
"ये अस्वीकार्य है."
ट्विटर ब्लू सर्विस बीते साल दिसंबर में आई थी. इसके तहत वेरिफ़िकेशन बैज पाने के लिए यूज़र्स को हर महीने 8 डॉलर का भुगतान करना होगा. अगर ट्विटर ऐप ऐप्पल के डिवाइस में इस्तेमाल हो रहा है तो वेरिफ़िकेशन की क़ीमत 11 डॉलर होगी.
ट्विटर ब्लू सर्विस आने से पहले किसी भी तालिबान अधिकारी के पास अकाउंट को वेरिफ़ाइड साबित करने वाला ब्लू टिक नहीं था. अगस्त 2021 में अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता में लौटने के बाद तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड सहित पिछली सरकार में चल रहे ट्विटर अकाउंट्स को ही आगे भी चलाया.
ट्विटर ने इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. (bbc.com/hindi)