अंतरराष्ट्रीय
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क़रीब 1 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन की सीमा पर तैनात किए गए हैं और ऐसी आशंका है कि रूस, यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
इस तरह के बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने रूस के ख़िलाफ मदद को तैयार दिख रहे पश्चिमी देशों की तारीफ़ की है.
ज़ेलेंस्की ने अपने सांसदों से कहा है, ''साल 2014 के बाद से ये यूक्रेन के लिए सबसे बड़ा समर्थन है.''
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने संसद को बताया कि यूके और पोलैंड से एक नई तरह की राजनीतिक साझेदारी तय हो रही है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा का कहना है कि ये साझेदारी सुरक्षा के साथ-साथ व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र को भी कवर करेगा.
बता दें कि यूक्रेन संकट को लेकर शीर्ष अमेरिकी और रूसी अधिकारी नए सिरे से बातचीत करने वाले हैं.
ब्रिटेन, पोलैंड के प्रधानमंत्री यूक्रेन पहुंचे
इस बीच मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की से मिलने यूक्रेन की राजधानी पहुंच रहे हैं.
लैंडिंग से पहले एक ट्वीट में जॉनसन ने कहा कि जो यूक्रेन की संप्रभुता को जो लोग ख़त्म करना चाहते हैं उनके सामने ही ब्रिटेन एक मित्र और लोकतांत्रिक सहयोगी के तौर पर यूक्रेन का साथ देना जारी रखेगा.
पौलेंड के प्रधानमंत्री भी कीव पहुंचे हैं, उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के लिए ड्रोन, एंटी-एयरक्राफ़्ट मिसाइल समेत हथियारों का वादा किया गया है साथ ही मानवीय सहायता भी दी जाएगी.
पोलैंड ने कहा है कि अगर रूस, यूक्रेन पर हमला करता है तो बड़ी संख्या में शरणार्थियों के आने की भी तैयारी देश कर रहा है.
यूक्रेन पर किसी भी हमले की योजना से रूस बार-बार इनक़ार कर रहा है लेकिन रूस ने करीब 1 लाख सैनिक, टैंक, मिसाइल यूक्रेन की सीमाओं पर तैनात किए हैं.
रूस की सेना की अगर यूक्रेन की तुलना की जाए तो रूस कहीं आगे है. जहां रूस के पास करीब 9 लाख सक्रिय सैनिक हैं, यूक्रेन के पास ये संख्या 2 लाख की है. (bbc.com)
अब वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने संसद में कहा है कि उन्होंने यूक्रेन की सेना में 1 लाख सक्रिय सैनिकों को बढ़ाने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ये संख्या इसलिए नहीं बढ़ाई जा रही क्योंकि देश युद्ध के मुहाने पर है. ये यूक्रेन की शांति और आगे आने वाली चुनौतियों के लिए है.