अंतरराष्ट्रीय
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी है कि अगले महीने रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है. उन्होंने इसे प्रबल संभावना क़रार दिया है.
उधर रूस ने साफ़ किया है कि अब मसले के हल की उम्मीद कम है क्योंकि अमेरिका ने उसकी मुख्य मांगों को ठुकरा दिया है.
यूक्रेन के बॉर्डर पर करीब एक लाख रूसी सैनिकों की तैनाती ने यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका को बढ़ावा दिया है. हालांकि, रूस ने बार-बार कहा है कि वो यूक्रेन पर हमला करने की योजना नहीं बना रहा है.
अमेरिका राष्ट्रपति ने रूसी हमले की संभावना वाली ये टिप्पणी, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से टेलीफ़ोन पर बातचीत के दौरान की है.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एमिली होर्न का कहना है, “राष्ट्रपति ने कहा है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि रूस फ़रवरी में यूक्रेन पर आक्रमण करेगा. उन्होंने ये सार्वजनिक तौर पर कहा है और हम कई महीनों से इसकी चेतावनी दे रहे थे.”
प्रवक्ता के मुताबिक़, यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ बातचीत में राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगी, यूक्रेन पर रूसी हमले की स्थिति में रूस को निर्णायक जवाब देंगे.
ज़ेलेंस्की ने कहा है कि दोनों नेताओं ने तनाव कम करने के ताज़ा कूटनीतिक प्रयासों की चर्चा की है.
एक्सियॉस न्यूज़ ने अज्ञात स्रोतों के हवाले से कहा है कि दोनों नेता रूसी ख़तरे के बारे में विश्लेषण पर एकमत नहीं दिखे. कुछ सैन्य विश्लेषकों को लगता है कि रूस, यूक्रेन में ठंड बढ़ने के इंतज़ार में है ताकि वहां भारी मिलिट्री साज़ो-सामान आसानी से ले जाया जा सके.
शुक्रवार को फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे बात करने वाले हैं.
अगर रूस ने यूक्रेन पर चढ़ाई की तो ये पहली दफ़ा नहीं होगा. साल 2014 में रूसी फ़ौजें क्राइमिया में दाख़िल हुई थीं और इस प्रायद्वीप को रूस में मिला लिया था. (bbc.com)