अंतरराष्ट्रीय
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने नीदरलैंड्स की धावक सिफ़ान हसन का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, ''मैं चाहता हूँ कि पाकिस्तान के युवा इस दौड़ को देखें और उस सबसे महत्वपूर्ण सबक को सीखें जो मैंने खेलों से सीखा है- आप सिर्फ़ तब ही हारते हैं जब आप उम्मीद खो देते हैं.''
ये वीडियो सिफ़ान हसन की ओलंपिक में 1500 मीटर दौड़ के क्वॉलीफ़ाई राउंड का है. इस हीट के अंतिम पडाव में वो गिर गई थीं पर गिरने के बाद भी सँभलीं और जीतकर फ़ाइनल में पहुँचीं. फाइनल में तीसरे स्थान पर रहकर हसन ने कांस्य पदक जीता.
1500 मीटर मुक़ाबले में हसन के इस कारनामे ने दुनिया भर में लोगों को प्रेरित और हैरान किया है. हसन ने टोक्यो ओलंपिक में दो स्वर्ण पदक और एक कांस्य पदक जीता है.
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1500 मीटर की दौड़ में अंतिम लैप के दौरान जब धावक तेज़ी से पोजिशन लेने की कोशिश कर रहीं थी तब हसन ने कीनिया की धावक से आगे निकलने की कोशिश की लेकिन इस दौरान वो उनके सामने लड़खड़ा गईं. हसन उनसे टकराकर गिर पड़ीं.
ऐसा लग रहा था कि ओलंपिक में तीन पदक जीतने का उनका सपना टूट जाएगा लेकिन वो जल्द ही उठ खड़ी हुईं और शानदार वापसी करते उन्होंने दौड़ पूरी की.
एक समय ऐसा लग रहा था कि हसन 1500 मीटर दौड़ के मुक़ाबले से बाहर हो जाएंगी लेकिन वो कई धावकों को पछाड़ते हुए आगे बढ़ीं और अंतिम मोड़ आते-आते सबसे आगे दौड़ रहे धावकों में शामिल हो गईं.
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की जेसिका हल और अमेरिका की इलेनॉर पर्रियर सेंट पिएरे को हराकर सीधे सबसे आगे निकल गईं.
हसन ने ये दौड़ चार मिनट और 5.17 सेकंड में पूरी की और सेमीफ़ाइनल में प्रवेश कर लिया.
हसन इस दौड़ के शुरुआती चरण में पीछे दौड़ रही थीं और अपनी रफ़्तार तेज़ करने के लिए अंतिम पड़ाव की घंटी बजने का इंतज़ार कर रहीं थीं. एक समय ऐसा लगा कि वो अपने इस निर्णय की भारी क़ीमत चुकाएंगी.
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जब दौड़ का अंतिम लैप शुरू हुआ तब वो पीछे से तीसरे नंबर पर थीं और कुछ सेकंड बाद ही वो गिर गईं थीं.
सिफ़न ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार कामयाबी हासिल की है. उन्होंने 1500 मीटर दौड़ का कांस्य पदक जीता है जबकि दस हज़ार मीटर और पाँच हज़ार मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीता है.
उन्होंने एक ओलंपिक में तीन मेडल जीतने का सपना पूरा कर लिया है. मूल रूप से इथियोपिया की रहने वाली हसन एक प्रवासी हैं और नीदरलैंड्स में रहती हैं.
अभी तक ओलंपिक के इतिहास में किसी एक एथलीट ने 1500, 5000 और 10000 मीटर दौड़ में एक साथ स्वर्ण पदक नहीं जीते हैं.
शनिवार को ही उन्होंने दस हज़ार मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने तीनों दौड़ में पदक जीतकर इतिहास रच दिया है.
जब तीसरी बार टोक्यो ओलंपिक में वो शनिवार को मेडल पोडियम पर खड़ी हुईं तो उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे.
बाद में उन्होंने कहा कि ये ख़ुशी के आंसू थे. उन्हें मेडल से ज़्यादा इस बात की ख़ुशी थी कि उन्होंने ये कारनामा कर लिया.
हसन ने कहा, 'पिछले चार साल से मैंने हर वक़्त बस इसी पल के लिए प्रशिक्षण लिया था.'
2008 में एक प्रवासी के तौर पर नीदरलैंड्स पहुँचीं हसन को ट्रैक एंड फ़ील्ड खेलों के इतिहास के महान एथलीटों में शामिल किया जा रहा है.
पूरी दुनिया में उनकी कामयाबी की चर्चा हो रही है. ओलंपिक की तीनों लंबी दौड़ों में पदक जीततकर हसन ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. (bbc.com)