अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त अरब अमीरात के जेबेल अली बंदरगाह पर बुधवार रात ओशिअन ट्रेडर नामक जहाज में तेज धमाके के बाद लगी आग पर काबू पा लिया गया है.
संयुक्त अरब अमीरात के ऊर्जा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर मंत्री सुहैल अल मजरौई ने गुरुवार को बचाव अभियान से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया है कि इस आग पर जिस तेज़ी के साथ काबू पाया गया है, वह बताता है कि यूएई समुद्रतटवर्ती दुर्घटनाओं और जोख़िमों को संभालने की अपनी ज़िम्मेदारी का किस तरह निर्वाहन करता है.
उन्होंने कहा, “हम उन सभी टीमों के प्रयासों की सराहना करते हैं जिन्होंने कंटनेर शिप ओशिअन ट्रेडर में बीती सात जुलाई की शाम 11:55 मिनट पर लगी आग को बुझाने में अपना योगदान दिया.
इस बचाव टीम ने आग बुझाने से लेकर लोगों की जान बचाने के साथ ही सभी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ये सुनिश्चित किया कि जहाज़ पर रेडियोएक्टिव पदार्थ मौजूद न हों.”
बरसों से की जा रही मेहनत का फल
सुहैल अल मजरौई ने बताया, “इस बचाव अभियान में कंटेनर शिप ओशिअन ट्रेडर की क्रू और कर्मचारियों को तत्परता से बाहर निकाला गया. इस अभियान में डीपी वर्ल्ड, यूएई रीज़न टीम, नेशनल इमर्जेंसी क्राइसिस एंड डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी और दुबई पुलिस एवं दुबई सिविल डिफेंस ने काम किया है.
ये मज़बूत प्रतिक्रिया सक्रिय रूप से संयुक्त अरब अमीरात के बंदरगाहों और समुद्र तटवर्ती सुविधाओं में विश्व स्तरीय आधारभूत ढांचा खड़ा करने के लिए सालों से की जा रही तैयारियों का नतीजा है.
अर्ली वॉर्निंग सिस्टम से लेकर सिविल डिफेंस टीमों, नेशनल इमर्जेंसी क्राइसिस और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में भारी निवेश के साथ हमारा प्राथमिक उद्देश्य सुरक्षा को पहली वरीयता देना है.
हमारे इस रवैये ने हमें इस क़ाबिल बनाया है कि हम सभी ज़रूरी क़दमों को तुरंत उठा सकें. आपदा को संभालने में लगी सभी टीमों के साझा प्रयासों और बेहतरीन मशीनों के चलते जेबेल अली बंदरगाह पर सामान्य कामकाज़ और माल ढुलाई से जुड़ा काम शुरू होना सुनिश्चित किया जा सका है.”
रिसाव रोकना हमारी ज़िम्मेदारी
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि इस समय उनकी प्राथमिकता स्थिति पर नज़र बनाए रखते हुए समुद्र में हानिकारक पदार्थों का रिसाव रोककर समुद्री पर्यावरण को बचाना है.
उन्होंने ये भी बताया कि “मंत्रालय का मैरिटाइम डिपार्टमेंट अपनी जाँच जारी रखेगा ताकि उसे ज़्यादा जानकारी मिल सके और संबंधित अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ मिलकर एहतियाती उपायों को बढ़ाने के लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार किया जा सके.
हम यूएई और दुबई की जनता और समुद्र तटवर्ती उद्योग से जुड़े लोगों एवं संस्थानों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि जेबेल अली बंदरगाह की लॉजिस्टिक्स (माल ढुलाई) और अन्य कामकाज से जुड़ी सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. बंदरगाह पर वॉटर चैनल और मुख्य शिपिंग लाइन से दूर होने की वजह से इस दुर्घटना ने जहाजों के आने – जाने पर प्रभाव नहीं डाला है.”
बेहद ख़तरनाक था धमाका
इस धमाके से जुड़ी शुरुआती रिपोर्ट्स में सामने आया था कि ये धमाका इतना शक्तिशाली था कि बंदरगाह से 25 किलोमीटर दूर तक आवाज़ सुनाई दी और इमारतें और खिड़कियाँ हिलने लगीं थीं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, 22 किलोमीटर दूर स्थित रिहाइशी इलाक़ों में रहने वाले लोगों ने भी बताया कि उन्हें धमाके की आवाज़ सुनाई दी थी. (bbc.com)