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हेटी के राष्ट्पति जोवेनेल मोइज़ की हत्या, आवास पर हुआ हमला
08-Jul-2021 9:15 AM
हेटी के राष्ट्पति जोवेनेल मोइज़ की हत्या, आवास पर हुआ हमला

हेटी के राष्ट्रपति जोवेनेल मोइज़ की एक हमले में मौत हो गई है. हेटी के अंतरिम प्रधानमंत्री क्लॉड जोसेफ़ ने कहा है कि यह हमला हेटी की राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस स्थित राष्ट्रपति आवास पर हुआ था.

जोसेफ़ ने कहा कि राष्ट्रपति आवास पर स्थानीय समय के अनुसार एक बजे कुछ हथियारबंद लोगों ने हमला किया था.

कहा जा रहा है कि इस हमले में राष्ट्रपति मोइज़ की पत्नी भी ज़ख़्मी हुई हैं. जोसेफ़ ने कहा है कि क़ानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सभी तरह के क़दम उठाए गए हैं.

मोइज़ महज़ 53 साल के थे और वे फ़रवरी 2017 से सत्ता में थे. माइकल मार्टली की जगह मोइज़ ने ली थी. मोइज़ पर भ्रष्टाचार के कई आरोप थे. इसे लेकर वे कई विरोध-प्रदर्शनों का सामना कर चुके थे.

राष्ट्रपति जोवेनेल मोइज़ का कार्यकाल उथल-पुथल भरा रहा. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्हें बार-बार होने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसा की चुनौती का भी सामना करना पड़ा.

सरकार विरोधी प्रदर्शन
इस साल की शुरुआत में देश की राजधानी समेत कई शहरों में उनके इस्तीफ़े की मांग को लेकर व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. हेटी की विपक्षी पार्टियों का कहना है कि राष्ट्रपति जोवेनेल मोइज़ के पांच साल के कार्यकाल को 7 फरवरी, 2021 को ही ख़त्म हो जाना चाहिए.

माइकल मार्टली के पद से हटने के पांच साल इसी तारीख को पूरे हो रहे थे. हालांकि जोवेनेल मोइज़ ने जोर दिया कि उनके कार्यकाल का एक साल अभी बाक़ी है क्योंकि उन्होंने सात फरवरी, 2017 तक पदभार नहीं संभाला था.

एक साल की ये देरी चुनावी धोखाधड़ी के आरोपों के कारण हुई थी. आख़िरकार साल 2015 के चुनावी नतीज़ों को खारिज कर दिया गया और नए चुनाव कराए गए जिनमें जोवेनेल मोइज़ को जीत मिली.

जोवेनेल मोइज़ ने कहा था कि सात फरवरी के दिन उनकी सरकार के तख्तापलट और उनकी हत्या की साज़िश को नाकाम कर दिया गया.

लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक अस्थरिता, तानाशाही और प्राकृतिक आपदाओं ने हेटी को उत्तरी अमेरिका के सबसे ग़रीब देशों में से एक बना दिया है.

साल 2010 के भीषण भूकंप में दो लाख से भी ज्यादा लोग मारे गए थे और इसके कारण देश की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे को बहुत नुक़सान पहुंचा था.

संयुक्त राष्ट्र ने हेटी में राजनीतिक स्थिरता लाने में मदद करने के लिए साल 2004 में शांति सेना की तैनाती की थी जिसे साल 2017 में वापस बुला लिया गया था. (bbc.com)

 


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