गरियाबंद

छत्तीसगढ़ सोनकर समाज चौबेबांधा राज ने मनाई धूमधाम से रामनवमी , पंचायत के पदाधिकारी का किया सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 अप्रैल। छत्तीसगढ़ सोनकर समाज चौबेबांधा राज ने प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। सोनकर भवन में पं. गुलाब शर्मा के मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की तथा महा आरती हुई। कार्यक्रम में राज के सदस्य पंचायत प्रतिनिधि बने लोगों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत के सरपंच दुलीचंद आंडे, उपसरपंच मनहरण साहू, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमंत सोनकर, राज के उपाध्यक्ष नेकराम सोनकर, महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रीति सोनकर, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रूपेंद्र सोनकर, वार्ड पंच सुशीला सोनकर, हुकुमचंद सोनकर का श्रीफल एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया।
इस मौके पर सरपंच दुलीचंद आंडे ने कहा कि सोनकर समाज अनुशासित, ईमानदार और मेहनती है। इनके मेहनत का ही परिणाम है कि आज हम सब ताजी और अच्छी सब्जी खाते हैं। समाज की बेटे और बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे काम कर गांव और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमंत सोनकर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सोनकर समाज इतिहास बनाया है। जगह-जगह विद्यालय खोल कर लोगों को शिक्षित करने का काम कर रही है।
महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रीति सोनकर ने कहा कि समाज की एकता अनुशासन और संगठन की ताकत लगातार दिख रही है। महिला और युवा प्रकोष्ठ के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। सन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें आगे बढ़ाया। वही स्वच्छता अभियान चलाकर हम सभी प्रसन्न हैं। समय-समय पर रचनात्मक कार्य लगातार किया जा रहा है।
शोभायात्रा में लगे जय श्रीराम के जयकाारे
समाज द्वारा भव्य रूप से शोभायात्रा निकाली गई। यह यात्रा सामाजिक सोनकर भवन से होकर हनुमान मंदिर, शिवाजी चौंक, गौरा चौंक, जय स्तंभ चौंक, शांति चौंक, भाटापारा होते हुए पूरे गांव का भ्रमण किया। बच्चों से लेकर युवा बुजुर्ग एवं महिलाएं इस यात्रा में सम्मिलित हुए, गजब का उत्साह देखने को मिल रही थी। छोटे-छोटे बच्चे भी झंडा लेकर जय श्री राम का जय घोष कर रहे थे। यात्रा वापस सोनकर भवन के पास आने के बाद खीर पुरी का प्रसाद वितरण किया गया। प्रसाद खाने के लिए बड़ी संख्या में ग्राम वासी भी उपस्थित हुए।
इस मौके पर किसलाल सोनकर, जीवनलाल सोनकर, दुखू राम सोनकर, सुखराम सोनकर, गुलशन सोनकर, प्रभु सोनकर, उमेश सोनकर, लोचन सोनकर, दुष्यंत सोनकर, तिलक सोनकर, नीलकंठ सोनकर, महेश सोनकर,हेमराज सोनकर, छोटेलाल सोनकर, हूमन सोनकर, रामधीन सोनकर, डिगेश सोनकर, सालिक राम सोनकर, अंकालू सोनकर, सनत सोनकर, जय कुमार सोनकर, प्रभा सोनकर, किरण सोनकर, देवकी सोनकर, हेमबाई सोनकर, पूनम सोनकर, जयंती सोनकर, त्रिवेणी सोनकर, लक्ष्वंतीन सोनकर, रामति सोनकर, इंदु सोनकर, विमला सोनकर, दिलीप सोनकर, मंसाराम सोनकर, नारद सोनकर, धन्नु राम सोनकर, रोहित सोनकर, करण सोनकर, सूरज सोनकर, हरि सोनकर, सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कवि एवं साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर ने किया।
इस पूरे कार्यक्रम में राज के पदाधिकारी सदस्य तथा महिला प्रकोष्ठ एवं युवा प्रकोष्ठ के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा।