गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 30 मार्च। राजिम कुंभ कल्प मेला संपन्न हुए महीने गुजर गए परंतु नवीन मेला मैदान के मीना बाजार क्षेत्र में अभी तक सफाई नहीं हुई है, गंदगी बिखरे पड़े हुए हैं। इसे साफ करने में न ही स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रही है और न जिला प्रशासन की एक्टिविटीज दिखाई दे रही है। जिसके चलते कागज के टुकड़े, रैपर, गन्ने के छिलके, कपड़े, प्लास्टिक थैलियां, पॉलिथीन इत्यादि उडक़र सीधे किसानों के खेत एवं बाड़ी में जा रहे हैं। यहां तक की यह गांव में भी प्रवेश कर रहे हैं इसके अलावा सडक़ किनारे तो ऐसे गंदगी बड़ी संख्या में देखी जा सकती है। जिसे देखते हुए शनिवार को छत्तीसगढ़ सोनकर समाज चौबेबांधा राज के महिला एवं युवा प्रकोष्ठ ने सुबह से ही अपने हाथ में झाड़ू, धमेला एवं फावड़ा लेकर सफाई करने के लिए पहुंच गए।
लंबे चौड़े वर्गाकार क्षेत्रफल में मीना बाजार क्षेत्र प्रदूषित हो गया था। इन सामाजिक बंधुओं ने सफाई किया और इनके कचरे को जला भी दिया। घंटे भर तक सफाई करते रहे। बताना होगा कि इन्होंने खुद से होकर स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनने आए हुए थे। महिलाओं एवं युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा थी। इस तरह की सफाई अभियान की खबर जैसे ही गांव तथा राजिम शहर के लोगों को लगी, इन्होंने समाज की इस कार्य की खूब प्रशंसा करते हुए दिखाई दिए।
जहां तक सफाई हुए हैं वहां तक दिख रहे चकाचक-चेतन सोनकर
मौके पर उपस्थित छत्तीसगढ़ सोनकर समाज के महामंत्री चेतन सोनकर ने बताया कि हमसे जितना बन पड़ रहा है। सफाई कर रहे हैं बड़े आकार में फैले इस मीना बाजार क्षेत्र में से एक बड़े हिस्से से कूड़ा करकट को इक_ा किए हैं और उन्हें जला भी दिए हैं। जहां तक सफाई हुई है वहां तक का दृश्य ही बदल गया है। चौबेबांधा सोनकर समाज राज इकाई के अध्यक्ष यशवंत सोनकर ने कहा कि आज हमारे समाज के लोगों ने श्रमदान किया है। महिला प्रकोष्ठ एवं युवा प्रकोष्ठ के सदस्य लगातार सफाई अभियान से जुड़े हुए हैं समय-समय पर गांव की सफाई भी करते हैं और आज मीना बाजार क्षेत्र में सफाई कर रहे हैं।
महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रीति सोनकर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से हम सभी महिलाएं बहुत ज्यादा प्रभावित है। हमारे गांव, हमारे क्षेत्र को हम साफ नहीं करेंगे तो और कौन करेगा। शासन प्रशासन तो मेला कराकर चले गए अब कचरा को साफ करने के लिए किसी कर्मचारी को नहीं भेजा तो हम लोग खुद सफाई के लिए भिड़ गए हैं।
युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमंत सोनकर ने बताया कि आज घंटे भर तक ही सफाई किए हैं आने वाले समय में और इसके अवधि को बढ़ाया जाएगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से संतोष कुमार सोनकर, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रूपेंद्र सोनकर, गुलशन सोनकर, हरि सोनकर, तिलक सोनकर, करण सोनकर, मोनू सोनकर, सुशीला सोनकर, लक्ष्वंतीन सोनकर,रामति सोनकर,दुलौरिन सोनकर, पूनम सोनकर, बिमला सोनकर, टोमिन सोनकर, मोतिम सोनकर, नंदिनी सोनकर, वर्षा सोनकर, चेतना सोनकर, चंद्रिका सोनकर, नीरा सोनकर इत्यादि उपस्थित थे।
नवरात्र के पूर्व सुबह सफाई अभियान में जुटे ग्रामवासी
उल्लेखनीय है कि जहां तक सफाई हुई है वहां तक साफ सुथरा अर्थात चकाचक दिखाई दे रहे हैं। इसी तरह से अन्य संस्थाएं या फिर सामाजिक संगठन और आगे आए तो पूरा मैदान साफ सुथरा हो सकता है। बताना होगा कि इस कूड़ा करकट के चलते प्रदूषण फैलता जा रहा है। आजकल मीना बाजार क्षेत्र में फैला गंदगियां अखबार की सुर्खियां बने हुए हैं फिर भी प्रशासन ध्यान नहीं दे रही है। न स्थानीय प्रशासन अभी तक कोई सकारात्मक पहल किया है और न ही जिला प्रशासन आगे आया है। जानना जरूरी है कि इन सामाजिक बंधुओं ने पहले तो झाड़ू चलाया फिर कचरे को एक ही स्थान पर इक_ा करते रहे और उसे आग के हवाले कर दिया, जहां पर झाड़ू चला है वहां-वहां चकाचक दिखाई दे रहे हैं। नवरात्र के पूर्व सफाई में इस समाज के लोगों ने बढ़-चढक़र भाग लिया तकरीबन 35 की संख्या में यह सफाई के सिपाही लगातार सफाई कर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया है।
मेला संपन्न हुए महीने गुजर गए, परंतु सफाई नहीं हुई थी
जानना जरूरी है कि 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा से मेला शुरू हुआ था 26 फरवरी महाशिवरात्रि को मेला का समापन तो हो गया बावजूद इसके मीना बाजार एक सप्ताह तक और चलता रहा। इस एक सप्ताह के अंदर हालांकि स्थानीय प्रशासन ने जहां पर महोत्सव हुआ था वहां से लेकर कुछ जगह पर अपने कर्मचारियों को भेज कर सफाई करवा दिए। उसके बाद से इन्होंने भी ध्यान नहीं दिया। मीना बाजार हटने के बाद गंदगी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगी। मच्छर भी पनप गए हैं। इन्हें सफाई करना अत्यंत जरूरी हो गया था। सोनकर समाज के सदस्यों की सफाई अभियान सभी को भा रहा है।