गरियाबंद

इंदागांव में बढ़े खुदकुशी के मामले, मनोरोग विशेषज्ञ और अफसरों की ग्रामीणों संग बैठक, युवाओं से चर्चा
26-Mar-2025 8:17 PM
इंदागांव में बढ़े खुदकुशी के मामले, मनोरोग विशेषज्ञ और अफसरों की ग्रामीणों संग बैठक, युवाओं से चर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

गरियाबंद, 26 मार्च। जिला गरियाबंद के इंदागांव में विगत तीन माह में 3 व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या किये जाने एवं आठ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या किये जाने का प्रयास करने के मामलों कों संज्ञान लेते हुए मनोरोग विशेषज्ञ के साथ एसडीएम मैनपुर, एसडीओपी मैनपुर, जनपद सीईओ एवं तहसीलदार काउंसलिंग के लिए पहुंचे । गांव के सरपंच, पंच एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में बैठक ली।

  विगत तीन माह में ग्राम इंडगाव के तीन व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या करने एवं आठ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या का प्रयास किये जाने की सूचना पर एसडीओपी मैनपुर , एसडीएम मैनपुर, जनपद सीईओ, तहसीलदार ,मनोरोग विशेषज्ञ के साथ ग्राम इंदागांव पहुँचकर गांव के स्थानीय लोगों की बैठक बुलाई गई, जिसमें गांव के सरपंच, पंच, कोटवार, महिलाएं एवं गणमान्य नागरिक के साथ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद निराला व टीम के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

काउंसिलिंग के दौरान गांव के युवाओं से सार्थक चर्चा की गई। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि जिन 8 लोगों के द्वारा आत्महत्या करने का प्रयास किया किया जा रहा था, सभी की अलग अलग समस्याएं थी।

 तीन  आत्महत्या के प्रकरण में मर्ग जांच हेतु थाना इंदागांव में मर्ग कायम किया गया है। मर्ग जांच के प्रारंभिक चरण में यह पता चला है कि मृतक कमल यादव पिता मोहन यादव उम्र 20 साल, मृतक चंद्रशेखर यादव पिता देवलाल यादव उम्र 19 साल, मृतक राजेन्द्र यादव पिता ढोलाराम यादव उम्र 45 साल सभी निवासी ग्राम इंदागांव के रहने वाले थे।

मृतकों के परिजनों से पूछताछ में यह पाया गया कि मृतक कमल यादव एवं चद्रशेखर यादव दोनों अच्छे मित्र थे।मृतक कमल यादव के पिता द्वारा गुटका खाने से मना करने पर उत्पन्न विवाद के कारण कमल यादव का आत्महत्या करना पाया गया। मृतक चंद्रशेखर यादव अधिक गुस्सैल प्रवृत्ति का था जो कमल यादव का घनिष्ठ मित्र था ,कमल यादव के आत्महत्या करने से सदमें में आकर चंद्रशेखर यादव द्वारा आत्महत्या करना पाया गया। मृतक राजेन्द्र यादव शराबी किस्म का व्यक्ति था, वो शराब के नशे में आत्महत्या कर लिया। वर्तमान में तीनों मर्ग जांच पर है।

मीटिंग के दौरान ग्रामीणों  सरपंच, पंचगण एवं गणमान्य नागरिकों  एवं मनोवैज्ञानिक द्वारा मानसिक अवसाद को आत्महत्या का मुख्य कारण माना गया है। ग्राम में नशा विरोधी अभियान चलाये जाने की बात कही गई एवं ग्राम में महिला कमाण्डों गठित करने का प्रस्ताव रखा गया। क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री एवं शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्यवाही की जा रही है।

मनोरोग विशेषज्ञ टीम के द्वारा एक टोल फ्री नम्बर-14416 या 18008914416 के बारे में बताया गया जिस पर किसी भी प्रकार का मानसिक एवं स्वस्थ्य समस्या होने पर इस टोल फ्री नम्बर पर 24 & 7 संपर्क किया जा सकता है। स्थानीय डॉक्टर एवं मनोरोग विशेषज्ञ टीम के द्वारा गांव में समय-समय पर काउंसलिंग करने का अश्वासन दिया । वहीं जिला प्रशासन यह अपील करता है कि किसी भी प्रकार के भ्रामक जानकारी पर ना ही ध्यान दे और ना ही प्रसारित करे।


अन्य पोस्ट