गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 19 फरवरी। राजिम कुंभ कल्प मेला में 21से 26 फरवरी तक संत समागम का आयोजन होगा। संत समागम में शामिल होने नागा साधु-संतों का आना प्रारंभ हो चुका है। लोमष ऋषि आश्रम में बड़ी संख्या जूना अखाड़ा के नागा साधु, संत पहुंचे हुए हैं।
मेला सम्पन्न कराने जूना अखाड़ा में पदाधिकारियों का चुनाव किया गया है। जिसमें उमेशानंद गिरी महाराज को सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं गोपाल गिरी महाराज उपाध्यक्ष चुने गए।
इसी प्रकार दिगम्बर संतोष गिरी महाराज को संरक्षक, गोकुलगिरी को सचिव, सिद्धेश्वरी पुरी पद्मनीपुरी को कारोबारी, कमलेश्वर नंद सरस्वती को अन्य महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई है।
नवनियुक्त पदाधिकारियों ने अखाड़े की परम्परा और अनुशासन को बनाये रखने की प्रतिबद्धता जताई, ताकि साधु-संत और भक्तजन सुचारू रूप से अध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर सके। लोमष ऋशि आश्रम में आयोजित इस गरिमामयी कार्यक्रम में नागा संतों, महंतों एवं बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी रही।
बैठक में मौजूद संत समाज ने धार्मिक परम्पराओं के निर्वाहन के साथ ही भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की।