गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 4 जनवरी। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की 194वीं जयंती मैनपुर में धूमधाम से मनाई गई। उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर छत्तीसगढ़ पटेल समाज के कार्यकारिणी सदस्य गोविंद पटेल ने कहा कि सावित्रीबाई फुले का योगदान शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में अनमोल है। उन्होंने सिखाया कि आत्मसम्मान के साथ जीने के लिए शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए और स्कूल ही मनुष्य का सच्चा रतन है।
भाजपा सक्रिय कार्यकर्ता एवं पत्रकार संघ के अध्यक्ष मोहन सिंह कुशवाह ने कहा -सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के नाय गांव में हुआ था और उन्होंने पहली बार छात्राओं के लिए एक स्कूल की स्थापना की।
सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं व दलितों के अधिकारों के लिए हमेशा संघर्ष किया। वे गरीब मजदूर लोगों की आवाज थीं। सामाजिक पाबंदियों के बीच भारी विरोध सहते हुए बालिकाओं, महिलाओं और दलितों में शिक्षा की अखंड ज्योति जलाई।
योगदान को याद करते हुए हमें समाज में शिक्षा समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करना चाहिए।
इस मौके पर गौतम सेन वीरेंद्र श्रीवास्तव सौरभ पटेल सुशील सिन्हा उग्रसेन निर्मलकर शक्ति सिंह कुशवाह सहित मौजूद रहे।