गरियाबंद

व्यक्ति गुणवान होने का दंभ भरता है, अवगुण नहीं देखता-मनोहर कीर्ति शिशु
31-Dec-2024 3:49 PM
व्यक्ति गुणवान होने का दंभ भरता है,  अवगुण नहीं देखता-मनोहर कीर्ति शिशु

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 31 दिसंबर।
व्यक्ति गुणवान होने का प्राय: दंभ भरता है लेकिन अपने अवगुण नहीं देखता। स्वयं में एक गुण भी हो तो उसकी प्रशस्ति का मार्ग ढूंढ़ता है, प्रशंसा होने पर प्रसन्न होता है। यदि प्रशंसा नहीं मिली तो झूठी प्रशंसा अर्जित करने की कोशिश करता है। यह भी संभव नहीं होता तो वह आत्म प्रशंसा से भी बाज नहीं आता। व्यक्ति इतनी ही रूचि दूसरों के गुण दर्शन में नहीं रखता वरना वह मानव से महामानव बन सकता। उक्त बातें मनोहर कीर्ति शिशु पू. दर्शन प्रभा श्रीजी म.सा. ने श्वेताम्बर जैन मंदिर चल रहे सत्संग समारोह में कही। 

सत्संग के दौरान आगे कहा कि स्थानीय सामायिक प्रतिक्रमण ग्रुप (एस.पी. जी.) की गतिविधियाँ सराहनीय है। प्रात: काल की अमृत बेला में प्रतिक्रमण के माध्यम से पापों की आलोचना करना निश्चित रूप से प्रशंसनीय है। मैंने नगर नगर भ्रमण के दौरान ऐसा माहौल कहीं नहीं देखा। प्रवचन के अंतिम दिन मैं आप सभी से गुरुदक्षिणा के रूप में संघ के प्रत्येक सदस्य से यही चाहूंगी कि माह में कम से कम एक दिन प्रात: प्रतिक्रमण की क्रिया कर उपाश्रय को रोशन करें।

साध्वीत्रय का गमन बस्तर की ओर
नवापारा राजिम श्री संघ को स्वाध्याय सत्संग के माध्यम से धर्मलाभ प्रदान कर प्रात: 5.45 को साध्वी समुदाय ने देवगुरू सत्चन भातिका, कोकिल कंठीदर्शन कर सकल श्री संघ को मंगल आशीर्वाद प्रदान कर आज के पड़ाव बरडिय़ा फाम हाउस की ओर विहार किया। विहार के पूर्व श्रीसंघ प्रमुख शिखर बाफना ने अल्प प्रवास के दौरान श्री संघ द्वारा किसी भी प्रकार की अविनय अशातना हेतु भाव पूर्वक क्षमायाचना की, एवं समयानुकुल पुन: संघ को सानिध्यता प्रदान करने निवेदन किया। 
विहार सेवा ग्रुप के सदस्यों ने अपने कर्तब्यों का निर्वहन करते हुए वेयावच्च (संतसेवा) हेतु साध्वीत्रय के साथ विहार में शामिल हुए।
 


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