गरियाबंद

जन जागृति मंच ने मनाई अंबेडकर जयंती
17-Apr-2023 7:25 PM
जन जागृति मंच ने मनाई अंबेडकर जयंती

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा राजिम, 17 अप्रैल। जन जागृति मंच के बैनर तले हर वर्ष भांति इस वर्ष भी 14 अप्रैल को भारत रत्न बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती ग्राम पंचायत घोंट में धूम-धाम के साथ मनाया गया।

अंबेडकर जयंती में 5 ग्राम पंचायतों घोंट, गोतियारडीह, गिरोला, हसदा न-2, उमरपोटी आदि से समता सैनिक दल सदस्य, दलित, आदिवासी, पिछड़ावर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय से, विहान समूह कि महिला कुल 132 महिलाओं किशोरियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर कि छाया चित्र कि पूजा अर्चना अजीत एक्का व उपस्थित महिलाओं  द्वारा पुष्प माला अर्पित व मोमबत्ती जला कर किया गया।

 जन जागृति मंच के संचालिका अजीत  एक्का ने कहा कि आज भारतीय संविधान के शिल्पकार, आधुनिक भारत के निर्माता, महान समाज सुधारक, सामाजिक समानता के प्रबल पक्षधर, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती है डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्यप्रदेश के महू में एक महान परिवार में हुआ था, जिसे उन दिनों समाज में निचली जाति माना जाता था। ऐसे में अंबेडकर ने समाज में असमानता और भेदभाव का सामना किया। स्कूलों में उन्हें अन्य बच्चों से अलग बैठाया जाता था, दलितों की इतनी बुरी स्थिति देखकर उन्होंने अपना पूरा जीवन पिछड़े वर्गों के उत्थान में लगा दिया व दलित और शोषित और पिछड़ों की आवाज बन गए उनको उनके अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किए हमेशा मजदूर वर्ग महिलाओं के अधिकार के लिए संघर्ष करते हुए भारतीय सविधान में सभी वर्ग के लोगों को सम्मान से जीने के लिए अधिकार दिए।

जन जागृति मंच कार्यकर्ता प्रिंस ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने अपना पूरा जीवन समाज के पिछड़े वर्गों दलितों और गरीबों के उत्थान के लिए निछावर कर दिया वह एक प्रख्यात अर्थशास्त्री कानून विद और राजनेता थे उन्होंने सिर्फ सामाजिक न्याय और सामाजिक समानता के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि उन्होंने महिला सशक्तिकरण महिलाओं को बराबरी का अधिकार जनसंख्या नियंत्रण मतदान का अधिकार यूनिफॉर्म सिविल कोड मौलिक दायित्व की बात भी किये।

वालिंटियर मोहिनी ने कहा कि हमें बाबा साहेब के त्याग तपस्या संघर्ष को याद करना चाहिए।  उनके द्वारा दिये गये नारा शिक्षित बनो, संगठित हो, संघर्ष करो को बुलंद कर सभी को बाबा साहेब के द्वारा बने सविधान की रक्षा और उसमें चलने के लिए संकल्प लिया।

वालिंटियर हेमलता ने सभी उपस्थित महिलओं को अंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब जो इस कार्यक्रम में भाग ले रहे है। वह हमारे बाबा साहेब कि देन है। हम सभी को उनके द्वारा बताये गए रास्ते में चलना है और संघर्ष करना है। साथ ही उपस्थित साथियों का आभार ब्यक्त करते हुए कार्यक्रम कि समापन कि घोषणा की कार्यक्रम में विशेष सहयोग नीता यादव, राजनंदिनी, गोदावरी, भोलेश्वरी सहित अन्य ग्राम की महिलाओं ने सक्रिय भाग लिया।


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