गरियाबंद

समर्थन में पहुंचे कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 4 मार्च। वेतन विसंगति दूर करने सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता व सहायिकाओं की हल्ला बोल हड़ताल लगातार 41वें दिन भी जारी रही। जिला मुख्यालय के गांधी मैदान में प्रदर्शन पर जाने से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का पोषण आहार वितरण व पढ़ाई ठप हो गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को समर्थन देने पहुंचे कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक प्रदीप वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी सहायिका कार्यकर्ता संघ के तत्वावधान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 23 जनवरी से लगतार प्रदर्शन कर रही हैं, इसके बाद बाद भी सरकार ने इनकी मांगें पूरी नहीं की।
आँगनबाड़ी जिला अध्यक्ष मंजरी गुप्ता ने बताया कि जिले भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उन्हें समर्थन मिल रहा है। साथ-साथ आज अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन से भी अच्छा समर्थन मिला ।
प्रदीप वर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी बंद होने से बच्चों को गर्म भोजन व रेडी टू ईट का वितरण नहीं हो रहा है। जिला मुख्यालय गांधी मैदान के प्रदर्शन स्थल पर प्रतिदिन 500 से भी अधिक कार्यकर्ता व सहायिकाओं की उपस्थिति देखी जा रही हैं। जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है, उनमें कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को कलेक्टर दर में मानदेय देने के अलावा सरकारी कर्मचारी सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग शामिल हैं। सुपरवाइजर के रिक्त पद पर कार्यकर्ताओं की पदोन्नाति, कार्यकर्ताओं को प्रायमरी स्कूल के शिक्षक का दर्जा भी मांग में शामिल हंै। इसके मिनी आंगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता के समान मानदेय देने की मांग की गई है। महिलाओं के हड़ताल पर चले जाने से आंगनबाड़ी में पिछले 29 दिनों पोषण आहार का वितरण बंद है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने जिले के बच्चों का नियमित वजन नहीं हो रहा। आंगनबाड़ी बंद रहने से बच्चों का टीकाकरण अभियान भी प्रभावित है।