गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 23 सितम्बर। सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्यमिक विद्यालय नवापारा में दो दिवसीय विज्ञान मेला एवं वैदिक गणित प्रश्नमंच प्रतियोगिता आयोजित है। प्रतियोगिता में उपस्थित रायपुर विभाग के विभाग समन्वयक रामकुमार वर्मा ने कहा कि विभिन्न वर्ग के प्रतिभागी विज्ञान मॉडल में कल्पनाओ को भावी पीढ़ी के लिए सुरक्षित करने उन्हें हकीकत का रूप देने के लिए विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से सोंच को नई उड़ान दिये है। इस मेले का उद्देश्य विद्यार्थियों को गणित विज्ञान के क्षेत्र में प्राचीन उपब्धियों से अवगत कराते हुए उनमे क्रिया आधारित अध्ययन अवलोकन अन्वेषण एवं संश्लेषण प्रवृत्ति का विकास करना एवं वैज्ञानिक नवाचार को प्रोत्साहित करना हैं।
मॉडल प्रदर्शनी में जल संरक्षण एवं शुद्धिकरण ऊर्जा के संरक्षण, खाद्य श्रृंखला, संक्रामक रोग, प्रकाश एवं इसके अनुप्रयोग, तंतु एवं वस्त्र उत्पादन, वायु जल प्रदूषण, संवेदकों पर आधारित, प्रकाश के स्पेक्ट्रम के अनुप्रयोग, मानव उत्सर्जन तंत्र, ध्वनि तरंग गति पर आधारित, कृतिम बुद्धिमता, रोबिटिक अंकीय, संरचना, अनुनाद प्रक्रिया पर आधारित मॉडल की प्रदर्शनी बच्चों के द्वारा लगाया गया हैं जो बहुत ही आकर्षण का केंद्र बना है।
प्रतिभागी जयदेव मिश्रा ने बताया कि तंतु एवं वस्त्र उत्पादन पर आधारित मॉडल से बहुत से लोगो को रोजगार दे सकते है कपास के द्वारा जो रुई प्राप्त होता हैं उसे चरखे से सूत काटकर कपड़ा बना सकते है आज बड़े बड़े कारखाने में कपड़े बनते है जो महंगे होते है और स्थानीय लोग बेरोजगार होते जा रहे इस उद्देश्य से मैंने यह मॉडल बनाया कि हम आत्म निर्भर हो और चरखे का अधिक प्रयोग करें।
प्रतिभागी नंदनी निषाद ने प्रदूषण पर मॉडल के माध्यम से जानकारी देते हुए कही की कल कारखानों से निकलने वाले धुंए गंदे पानी से नदी का जल प्रदूषित होता हैं उसे रोकने के लिए यह मॉडल संदेश हैं कि पाईप के माध्यम से हम प्रदूषित धुंए को बाहर कर सकते है और साफ पानी को पीने और खेतो में प्रयोग करना चाहिए।
इसी प्रकार प्रतिभागी कबीर साहू ने नवाचार पर क्रेन मशीन में पानी को सहेजकर खेतो में उपयोग पर आधारित प्रदर्शन के बारे में बताया। प्रतियोगिता में सभी बच्चों ने अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर निर्णयको को असमंजस में डाल दिये किसे चयन करें बाल वैज्ञानिकों द्वारा सुंदर प्रदर्श को देख अतिथिगण भाव विभोर हो गए। पूरे कार्यक्रम प्राचार्य नरेश यादव एवं कार्यक्रम प्रभारी दीपक देवांगन के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ।
प्रतियोगिता के निर्णायक मालिकराम वर्मा भाटापारा, नारायण पटेल नवापारा, माखनलाल साहू अर्जुनी, रश्मि सेता माना कैम्प, रामनारायण मनहर सरसींवा, मनोज कन्नोजें पलारी, प्यारेलाल वर्मा नेवरा रहें जगदीश चंदबसु विज्ञान एवं श्रीनिवास रामानुजन गणित परिषद के पदाधिकारी क्षितिज दुबे, मोहनीश साहू, अमन मेहता, बादल बंजारे, ईशु कंसारी, कोमल जायसवाल, हिना देवांगन, लता देवांगन, तानिया साहू, उज्ज्वल यादव, आचार्य नरेंद्र साहू, रेणु कुमार निर्मलकर, सरोज कंसारी, नंद कुमार साहू, तामेश्वर साहू, संजय सोनी, कृषकुमार वर्मा, आरती शर्मा, वाल्मीकि धीवर, धनेश्वरी साहू, निकिता यादव, मोनिका मालवीय, निकिता तराने, तामेश्वरी यादव मोनिका वैष्णव, कर्मचारी गण रामप्रसाद निषाद, पुष्पा साहू, हेमनाथ साहू, लव कुमार पटेल आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उक्त जानकारी प्रचार प्रसार से सरोज कंसारी ने दी।
को।रानी कमलापति से संतरागाछी एक्सप्रेस 21 सितंबर और 28 सितंबर को।
संतरागाछी से रानी कमलापति एक्सप्रेस 22 सितंबर और 29 सितंबर को। पोरबंदर से संतरागाछी एक्सप्रेस 23 सितंबर को।संतरागाछी से पोरबंदर एक्सप्रेस 25 सितंबर को। एलटीटी शालीमार एक्सप्रेस 23 सितंबर, 24 सितंबर, 26 सितंबर और 27 सितंबर को।शालीमार से एलटीटी एक्सप्रेस 25 सितंबर, 26 सितंबर, 28 सितंबर और 29 सितंबर को। पुरी एलटीटी एक्सप्रेस 27 सितंबर को। एलटीटी पुरी एक्सप्रेस 29 सितंबर को। विशाखापट्टनम अमृतसर एक्सप्रेस 23 सितंबर, 24 सितंबर और 27 सितंबर को। अमृतसर विशाखापट्टनम एक्सप्रेस 24 सितंबर, 25 सितंबर और 28 सितंबर को। रेलवे ने जानकारी दी है कि 23 सितंबर को वास्कोडिगामा से चलने वाली जसीडीह एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग सिकंदराबाद, गुंटुर, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, संबलपुर, झाड़सुगुड़ा जंक्शन होकर चलेगी। इसी परिवर्तित मार्ग से 26 सितंबर को जसीडीह से वास्कोडिगामा एक्सप्रेस गंतव्य तक पहुंचेगी। ज्ञात हो कि लगातार कई महीनों से ट्रेनों को रेल लाइनों की मरम्मत और विकास के नाम पर रद्द किया जा रहा है। ट्रेनों को घंटों विलंब से भी चलाया जा रहा है, जिसके कारण यात्रियों में रोष पनप रहा है।