गरियाबंद

19 साल का प्रथमजीत बना पायलट, उड़ाएगा सभी प्रकार के विमान
10-Mar-2022 12:22 PM
 19 साल का प्रथमजीत बना पायलट, उड़ाएगा सभी प्रकार के विमान

कमर्शियल प्रशिक्षण शुरू, अमेरिका से मिला लायसेंस
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
गरियाबंद, 10 मार्च।
मेहनत और लगन से प्रथमजीत ने वो कर दिखाया जो हजारों-लाखों का सपना होता है। इस  सफलता के बाद हर कोई इसकी तारीफ के साथ  परिवार अपने पुत्र की इस सफलता पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है, रायपुर ही नहीं बल्कि उनके पैतृक ग्राम गरियाबंद में भी जश्न का माहौल है और हर कोई इस 19 साल के युवा पायलट की तारीफ कर रहा है। क्योंकि छत्तीसगढ़ का यह बेटा प्राइवेट पायलट बन चुका है और अब कमर्शियल पायलट बनने की तैयारी में है।

प्रथमजीत हुंदल पायलट बन उड़ाएगा सभी प्रकार के विमान
कहते है मंजिले उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।  ये कहावत चरितार्थ कर दिखाया है गरियाबंद जिले के बेटे ने अपने कठिन परिश्रम से वह मुकाम हासिल किया, जिसकी कल्पना परिजनों ने कभी नहीं की थी। दरअसल  प्रथमजीत हुंदल फ्लाईग स्कूल फ्लोरिडा मियामी अमेरिका में ट्रेनिंग कर रहा है, जहां उसे 6 महीने के भीतर ही प्राइवेट पायलट लाइसेन्स का लायसेंस मिल गया है। यहां और 12 महीने के प्रशिक्षण बाद प्रथमजीत सिंग पायलट बन जाएगा। प्रथमजीत की सफलता न सिर्फ गांव, बल्कि जिले सहित प्रदेश के लिए गर्व की बात है।

डेढ़ साल चलेगी प्रथमजीत की ट्रेनिंग
विक्रम जीत हुंदल और माने हुंदल का बेटा प्रथमजीत की उम्र तकरीबन 19 वर्ष है, हाल ही में प्रथमजीत ने पायलट बनने की परीक्षा दी थी। जिसके बाद उसका चयन फ्लाईग स्कूल फ्लोरिडा मियामी अमेरिका से हुआ है। प्रथम जीत कमर्शियल पायलट बनकर वापस इंडिया आकर उड़ान भरेगा, अभी फिलहाल उसे तकरीबन डेढ़ साल कड़ी मेहनत करनी होगी, तब वह सभी प्रकार की विमान उड़ा पाएगा।

जिले का पहला युवक
वैसे प्रथमजीत गरियाबंद जिले का पहला युवक है, जिसका चयन पायलट के लिए हुआ है। प्रथमजीत की माने तो वह जब से होश सम्भाल है, तभी से ही उसने पायलट बनने का सपना देखा था और 12वीं के बाद उन्होंने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी थी। प्रथम ने बताया कि इसके लिए उसने कोचिंग नहीं की, बल्कि सेल्फ स्टडी के माध्यम से लिखित परीक्षा दी थी, वे बताते है कि उसके इस प्रयास में परिवार ने भरपूर मदद की। प्रथम जीत का सपना है कि वह भविष्य में बोइंग विमान उड़ाए और अपने रायपुर एवं गरियाबंद जिले के साथ प्रदेश और अपने समाज का नाम रौशन कर सके, वहीं अपनी बेटे की इस उपलब्धि पर परिवार का कहना है, उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका बेटा एक दिन पायलट बनकर अपने और हमारे सपनों को सच कर दिखाएगा पर भरोसा जरूर था।

प्रथम बचपन से इस सपने को पूरा करना चाहता था, इसलिए पूरे परिवार ने मिलकर साथ दिया और आज अपने बेटे पर उन्हें फक्र है। बहरहाल प्रथमजीत की सफलता से परिवार सहित गरियाबंद जिला बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं वहीं इसके लिए प्रथम जीत को शुभकामनाएं दे रहे हैं।

विक्रम हुंदल ने कहा- मुझे ऐसा लग रहा है, जैसे मंै सपना देख रहा हूँ, मेरे बेटे आज वो कर दिखाया जो उसने ठाना था। मैं सभी माता-पिता से आग्रह करता हूँ, वे बच्चों को  क्या बनाना चाहते हैं, इस बात का फैसला न करें वे बच्चों पर छोड़ दें, हर बच्चा स्पेशल होता है, ये जरूरी नहीं कि वे सफल हो, जरूरी यह है कि उसने वह कार्य करने की हिम्मत की जो वह बनाना चाहता है, अगर कड़ी मेहनत लगन से कोई भी बच्चा अपने लक्ष्य को साध कर चलता तो एक न एक दिन जरूर सफल होगा।

नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फु  मेमन ने कहा, प्रथमजीत गाँव से आए बच्चों का रोल मॉडल बनेगा। ये जिले ही नहीं पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है, मैं प्रथमजीत को उसके बचपन  से जनता हूँ  वह क्लास 2 में था, तब मैंने उसे एक बार उससे पूछा था, तुम क्या बनाना चाहते हो, प्रथम ने मुझसे कहा था वो बड़ा होकर पायलट बनाना चाहता है।
प्रथमजीत को पायलट बनने पर नपा अध्यक्ष गफ्फु मेमन, उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनेटेके, आशु डड़सेना, अभय गणोरकर, अमित ठक्कर, विकास रोहरा, इमरान मेमन, अमीन मेमन, सलीम मेमन, दीपक सरवैय्या, गिरीश शर्मा, सौरभ देवांगन, जीतू सेन, प्रकास शरवैय्या, वैभव ठक्कर, गौरव पटेल, दीपक सिन्हा, अनुराग केला, क्षितिज गुप्ता ने बधाई दी है।
 


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