दुर्ग

आईआईटी भिलाई का पांचवां दीक्षांत समारोह
11-Nov-2025 4:13 PM
आईआईटी भिलाई का पांचवां दीक्षांत समारोह

2025 में स्नातक होने वाले 269 विद्यार्थियों को दी डिग्री

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दुर्ग, 11 नवंबर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भिलाई का पांचवां दीक्षांत समारोह सोमवार को परिसर स्थित नालंदा हॉल में आयोजित किया गया। इस समारोह में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। इस कार्यक्रम में अदाणी सीमेंट के पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ विनोद बाहेती विशेष अतिथि और डॉ. सुरेश हवारे गेस्ट ऑफ ऑनर थे। आईआईटी भिलाई के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष ने समारोह की अध्यक्षता की।

दीक्षांत समारोह की शुरुआत अकेडमिक प्रोसेशन के आगमन के साथ हुई। आईआईटी भिलाई के निदेशक, प्रो. राजीव प्रकाश ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत किया, जिसमें संस्थान की पिछले वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों और प्रगति की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने 25 सितंबर 2025 को आयोजित एक वर्चुअल समारोह में आईआईटी भिलाई के फेज बी निर्माण की शिलान्यास पटिका का अनावरण किया। यह परियोजना, जिसकी लागत 2,257.55 करोड़ है, अक्टूबर 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसके तहत परिसर में 1,51,343 वर्ग मीटर का नया निर्मित क्षेत्र जोड़ा जाएगा।

विशिष्ट अतिथि विनोद बाहेती, डब्ल्यूटीडी और अदाणी सीमेंट के सीईओ ने स्नातकों को बधाई दी और छात्रों को पेशे में नैतिकता और सत्यनिष्ठा के महत्व की याद दिलाई, जो उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए पोषित किए जाने वाले महत्वपूर्ण मूल्य हैं। उन्होंने छात्रों को उत्कृष्ट सुविधाएँ प्रदान करने, उद्योग की माँगों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु संस्थान के भविष्य-तैयार परिसर और अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे की भी सराहना की। गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. सुरेश हवारे ने सभी स्नातक छात्रों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने उन्हें सफलता प्राप्त करने के लिए अपनी जन्मजात प्रतिभा और अर्जित ज्ञान को निखारते हुए दृढ़ और मेहनती बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

दीक्षांत संबोधन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने संस्थान की राज्य के समग्र विकास, विशेष रूप से जनजातीय समुदायों के उत्थान के प्रति की जा रही प्रतिबद्ध और सराहनीय प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने आईआईटी भिलाई के संकाय सदस्यों की भी सराहना की, जो विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने सभी स्नातक छात्रों को बधाई दी और उन्हें ऐसे कार्य करने के लिए प्रेरित किया जो समाज के हित में हों और एक सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दें।

5वें दीक्षांत समारोह में 269 छात्रों ने 2025 में स्नातक किया। इस बैच में 25 पीएचडी, 24 एमएससी, 58 एमटेक, 10 बीटेक (ऑनर्स) और 152 बीटेक छात्र शामिल थे। इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल, डायरेक्टर गोल्ड मेडल और सेनेट अवार्ड्स का वितरण उपराज्यपाल द्वारा किया गया। उन्हें इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल सुदीप रंजन साहू, बीटेक छात्र को दिया गया, जिनका सीजीपीए सबसे अधिक था। एमटेक में डायरेक्टर गोल्ड मेडल सूर्य केताराजू को प्रदान किया गया। बीटेक, बीटेक (ऑनर्स) और एमएससी में उत्कृष्ट महिला छात्रा के लिए डायरेक्टर गोल्ड मेडल अंकिता अवस्थी को दिया गया। सेनेट अवार्ड्स उन छात्रों को दिए गए जिन्होंने अपने-अपने शाखाओं और कार्यक्रमों में सबसे अधिक सीजीपीए प्राप्त किया। समारोह का समापन उपलब्धि और संतुष्टि के साथ हुआ, तथा स्नातक छात्रों में राष्ट्र निर्माण की दिशा में काम करने का उत्साह भर गया।


अन्य पोस्ट