दुर्ग
दुर्ग, 5 नवंबर। छत्तीसगढ़ में 15 नवम्बर से धान खरीदी शुरू होने वाली है, लेकिन उससे पहले ही प्रदेशभर के सहकारी समिति कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। एक ओर सरकार धान खरीदी की तैयारी में जुटी है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। दुर्ग में मानस भवन के पास संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन में सहकारी समिति के हजारों कर्मचारी एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि अगर समय रहते उनकी समस्याओं का समाधान किया गया होता तो उन्हें सडक़ों पर उतरने की नौबत नहीं आती। उनका आरोप है कि धान उठाव में देरी के बावजूद जिम्मेदारी समिति कर्मचारियों पर डाल दी जाती है। साथ ही उनका कहना है कि उन्हें वेतनमान बहुत कम मिलता है और सेवा सुरक्षा की भी गारंटी नहीं है।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मांगें नहीं मानी गईं तो हड़ताल आगे भी जारी रहेगी, जिससे आगामी धान खरीदी पर असर पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ, रायपुर (छ.ग.) के आव्हान पर चल रहे इस आन्दोलन का आज जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कर्मचारी संघ दुर्ग अध्यक्ष रोहित वर्मा ने संघ के पदाधिकारियों के साथ धरना स्थल पहुंचकर उन्हें समर्थन देने की घोषणा की।
उन्होंने मुख्यमंत्री व सहकारिता मंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ अपनी चार सूत्रीय मांगों के संबंध में 3 नवम्बर से अनिश्वितकालीन आन्दोलन में है। प्रदेश के प्राथमिक सहकारी समितियों के कर्मचारियों द्वारा समितियों में छ.ग. शासन एवं भारत सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करते आ रही है किन्तु इनकी जायज मांगों को शासन स्तर पर वर्षों से नजरअंदाज किया जाता रहा है जो कि उचित नहीं है इसलिए इनकी मांगों पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कर्मचारी संघ दुर्ग की ओर से नैतिक समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्री से मांगों के संबंध में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर अविलंब पूर्ति कराने निर्देशित करे, जिससे शासन का महत्वपूर्ण धान खरीदी का कार्य प्रभावित न हो।


