दुर्ग

युवाओं में बढ़ते नशे के कारण और निवारण पर समूह चर्चा
31-Oct-2025 8:37 PM
युवाओं में बढ़ते नशे के कारण और निवारण पर समूह चर्चा

युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर व्याख्यान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 अक्टूबर।
शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग के यूथ रेडक्रास एवं एंटी डंग कमेटी के तत्वावधान में युवाओं में बढ़ती नशे की लत के कारण एवं निवारण संबंधी समूह चर्चा  का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रंजना श्रीवास्तव के निर्देशन में किया गया।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रंजना श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की तेज रफ्तार वाली दुनिया में युवा पीढ़ी कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसमें से प्रमुख समस्या नशे की लत ये न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति पर भी गहरा असर डालती है। प्रभारी प्राध्यापक डॉ. रेशमा लाकेश ने बताया कि युवाओं में नशे की लत एक महामारी का रूप ले चुकी है,  जिसके सामाजिक, आर्थिक कारण जैसे-गरीबी, बेरोजगारी, शैक्षिक एवं मनोरंजक संसाधनों तक सीमित पहुँच के कारण मादक द्रवाओं के सेवन की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि युवा बचने या इससे निपटने के लिए मादक पदार्थो का सहारा लेते है।

डॉ. वैभवशंकर सोनी ने बताया कि नशे की लत में अल्कोहल गांजा, अफीम, कोकिन, एलएसडी और अन्य नशीले पदार्थ  शामिल है। युवा अवस्था में यह समस्या इसलिये अधिक गंभीर है क्योंकि ये मस्तिष्क के विकास को प्रभावित करती है। डॉ. चाँदनी अफसाना ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार युवाओं में नशे की शुरूआत अमतौर पर 12 से 17 वर्ष की आयु में होती है। कु. तबस्सुम ने इन समस्याओं के आर्थिक एवं सामाजिक कारणों का विस्तार से चर्चा की। एम.एससी. की छात्रा कु. विन्नी टंडन ने भारत में नशे की लत की वर्तमान स्थिति को आंकड़ों में प्रस्तुत किया। दीपक ठाकुर ने समस्या के समाधान एवं रोकथाम के उपाय बताये। स्नातकोत्तर की छात्राओं कु. युक्ति देशमुख, कु. लुभना खान, शीलमन ठाकुर, लिलेश्वरी साहू, निशा साहू, दिशा तिवारी, लिशा आदि ने अपने विचार रखे । कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपक कश्यप तथा डॉ. कमलेश चेलक ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।


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