दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 5 नवंबर। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के लगभग 18 तालाबों में छठ महापर्व के पूर्व ई-बॉल जैविक उत्पाद का उपयोग किया गया है। जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ जलीय जीवों को सुरक्षित करने का प्रयास किया गया है।
विगत दिवस राधिका नगर स्थित दाऊ बाड़ा तालाब में मछली मृत होने की शिकायत प्राप्त हुई थी। निगम आयुक्त राजीव कुमार पांडेय के संज्ञान में आते ही नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किए हैं। निर्देश के परिपालन में स्वास्थ्य टीम एवं मत्स्य पालन विभाग से हर्षिता साहू मत्स्य निरीक्षक द्वारा निरीक्षण किया गया है।
मत्स्य निरीक्षक द्वारा जानकारी दी गई कि ऑक्सीजन लेवल कम होने अर्थात अमोनिया का स्तर बढऩे से कुछ प्रजाति की मछलियां जैसे तलबिया मछली मरने की संभावना बनती है उसी के कारण कुछ मछलियां मरी पाई गई है। साथ ही पानी के बीओडी, सीओडी एवं पीएच टेस्टिंग के लिए सुझाव दी जिसके तारतम्य में पानी टेस्टिंग की कार्रवाई हेतु निगम द्वारा पानी सैंपल रायपुर लेबोरेटरी भेजा गया है। मछुवारों के द्वारा तालाब के अंदर संपूर्ण मछली को निकाल दिया गया है निकाली गई सभी मछली जीवित थी।
जैविक उत्पाद ई बॉल के उपयोग से घटना निर्मित नहीं हुई है। मत्स्य निरीक्षक का भी कहना है कि ई बॉल मात्र चुना और फायदेमंद बैक्टीरिया का संयोजन है और चुना तालाबों में उपयोगी होता है इसके वजह से मछली नहीं मर सकती है। ऑक्सीजन की कमी के कारण मरती है संपूर्ण कार्रवाई सुचारू रूप से संपादित की गई है उक्त कार्यवाही के दौरान वॉर्ड पार्षद आदित्य सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।


