दुर्ग

छठ पर्व को लेकर तालाबों की साफ-सफाई पर जोर, महापौर ने किया निरीक्षण
24-Oct-2025 8:05 PM
छठ पर्व को लेकर तालाबों की साफ-सफाई पर जोर, महापौर ने किया निरीक्षण

सफाई व स्वच्छता व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अक्टू
बर। नगर निगम दुर्ग द्वारा छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में महापौर अलका बाघमार ने गुरुवार को शहर के प्रमुख तालाबों का निरीक्षण किया।
इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग प्रभारी नीलेश अग्रवाल,पार्षद साजन जोसेफ, मनोज सोनी,भाजपा जिला उपाध्यक्ष शिवेंद्र परिहार,अरुण सिंह, मीना सिंह, विजय जलकारे, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, अतिक्रमण अधिकारी परमेश्वर कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग अमला उपस्थित रहे।

निरीक्षण के दौरान महापौर अलका बाघमार ने शीतला तालाब (वार्ड 59), पुजारी तालाब (वार्ड 21), रेवा तालाब (वार्ड 23), बोरसी तालाब (वार्ड 51) एवं शतरूपा शीतला तालाब (वार्ड 29) का दौरा कर वहाँ चल रहे सफाई कार्यों की समीक्षा की।

उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि तालाबों के भीतर जमा कचरा, जलकुंभी, प्लास्टिक और गंदगी को पूरी तरह से हटाया जाए तथा आसपास की जगहों की भी सफाई और समतलीकरण किया जाए।

उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि तालाबों के किनारों पर प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग, अस्थायी चेंजिंग रूम तथा सुरक्षा इंतज़ाम भी समय पर पूरे किए जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा छठ पर्व सिर्फ पूजा का पर्व नहीं, बल्कि यह स्वच्छता और अनुशासन का प्रतीक है। हमारी प्राथमिकता है कि श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिले और तालाबों की सुंदरता भी बनी रहे।
स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि सफाई दल लगातार कार्य कर रहे हैं।

प्रत्येक तालाब क्षेत्र में विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी प्रकार की गंदगी या जलजमाव की स्थिति न बने। महापौर अलका बाघमार एवं आयुक्त सुमित अग्रवाल ने शहरवासियों से अपील की है कि छठ पूजा के दौरान तालाबों में प्लास्टिक या पूजा सामग्री न डालें। साफ-सफाई बनाए रखें और निगम के प्रयासों में सहयोग दें, ताकि हमारा शहर स्वच्छ, सुंदर और धार्मिक सौहार्द का उदाहरण बन सके।
महापौर ने कहा कि छठ पर्व एक आस्था और स्वच्छता से जुड़ा महापर्व है, जिसमें श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए तालाबों में पहुंचते हैं। ऐसे में निगम का दायित्व है कि वे नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करें।


अन्य पोस्ट