दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 12 अक्टूबर। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर शा. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरपोटी दुर्ग में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सखी वन स्टॉप सेंटर से साइको सोशल काउंसलर कविता डोरले द्वारा बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य की समस्या होने के कारण, निराकरण एव बचाव के तरीके के बारे में विस्तार से बताते हुए इसका समाधान भारतीय जीवनशैली, रहन-सहन, खान-पान, व्यायाम, योग एवं ध्यान के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
ध्यान और योग आदिकाल से ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। विश्व को योग और साधना भारतवर्ष की ही देन है अतएव इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने हेतु छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया गया, क्योंकि यह एक अच्छा माध्यम बन सकता है मानसिक रोग से बचाव का। इसके अतिरिक्त इसे पोषण एवं स्वास्थ्य से जोड़ते हुए तिरंगा भोजन, संतुलित आहार, अंकुरित अनाज सेवन के महत्व को बताया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र हब आईसीपीएस, चाइल्ड लाइन व सखी वन स्टॉप सेंटर द्वारा महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी बच्चों के साथ साझा की गई। बच्चों के मन में उठ रहे समस्याओं एवं सवालों का भी समाधान किया गया, बाल विवाह रोकथाम हेतु शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में शाला प्राचार्य कीर्ति प्रधान, स्कूली छात्र-छात्राएं विभागीय कर्मचारी गण विद्यालय के शिक्षकगण, कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र(हब) से विनिता गुप्ता जिला मिशन समन्वयक, लोकमणि साहू सामाजिक कार्यकर्ता आईसीपीएस, कविता डोरले परामर्शदाता सखी वन स्टॉप सेंटर,जेंडर विशेषज्ञ लक्ष्मी कांत यादव, शिल्पी उपाध्याय वित्तीय साक्षरता एवं समन्वयक विशेषज्ञ, श्रद्धा ध्रुव, अंजोरीराम केस वर्कर चाइल्ड लाइन एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।


