दुर्ग
साक्ष्य छुपाने 15 किमी दूर घटना को दिया अंजाम
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दुर्ग, 28 अगस्त। नगपुरा चौकी अंतर्गत टैक्टर ड्राइवर के अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साक्ष्य छुपाने की नीयत से 15 किलोमीटर दूर घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस ने आरोपी हरपाल सिंह उर्फ छोटू एवं आरोपी अंजनी ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रुम में एएसपी सुखनंदन राठौर ने पत्रवार्ता में बताया कि 24 अगस्त को पुलिस चौकी नगपुरा स्थित आंवला बाडी में एक 40-45 वर्ष का अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। अज्ञात मृतक के पहचान के लिए कंट्रोलरूम के माध्यम से अन्य जिलों में रेडियो मैसेज कराया गया व साइबर प्रहरी के माध्यम से भी फोटो वायरल किया गया।
उसी बीच एक महिला अंजनी ठाकुर नाम की आई जो अज्ञात मृतक को अपना पति धनेश ठाकुर होना बताया। इसके आधार पर चौकी नगपुरा थाना पुलगांव में मर्ग कायम कर पंचनामा कार्रवाई कर शव का पीएम कराया गया। शॉर्ट पीएम में मृतक की मौत किसी ठोस वस्तु से चोट लगने से होना बताया। पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 103 बीएनएस के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रेम संबंध का खुलासा
एएसपी श्री राठौर ने बताया कि आरोपी के संबंध में मुखबिर लगाकर आसपास के क्षेत्रों में पूछ ताछ कर तलाश की जा रही थी। तभी सूत्रों से पता चला कि मृतक की पत्नी अंजनी ठाकुर आंगनबाड़ी कर्मचारी का प्रेम संबंध हरपाल सिंह राजपूत उर्फ छोटू निवासी सरस्वती नगर वार्ड नं. 34 दुर्ग के साथ है। उसका अंजनी ठाकुर के घर आना जाना और काफी घनिष्ठता है। संदेही हरपाल सिंह राजपूत उर्फ छोटू से पूछताछ की तो उसने मृतक धनेश ठाकुर की पत्नी अंजनी ठाकुर से विगत 25 वर्षों से प्रेम संबंध होना स्वीकार किया। अंजनी का पति धनेश ठाकुर शराब पीने का आदी था जो पिछले दो माह से काम पर नहीं जा रहा था। घर पर ही रहता था और शराब पीने के लिए अपनी पत्नी से पैसा मांगता था। नहीं देने पर गाली गलौज करता था और हमेशा घर पर ही रहता था।
दोनों ने रास्ते से हटाने
की बनायी थी योजना
एएसपी ने बताया कि मृतक के घर पर रहने से अंजनी और हरपाल सिंह को मिलने जुलने में दिक्कत हो रही थी। इसके कारण अंजनी और हरपाल ने मिलकर धनेश ठाकुर को रास्ते से हटाने की योजना बनायी और योजनानुसार हरपाल ने 22 अगस्त को अंजनी ठाकुर के एक्टीवा में धनेश ठाकुर को बैठाकर शराब पिलाने के बहाने करीब 11 बजे नगपुरा आंवला बगीचा ले गया और वहां धनेश ठाकुर को शराब पिलाया। शराब के नशे में धनेश के मदहोश होने पर हरपाल ने वहां पर पड़े ठोस पत्थर को धनेश के सिर में पीछे तरफ पटकर चोट पहुंचा कर हत्या कर दी।


