दुर्ग

साइंस कॉलेज में सत्रहवीं युवा संसद प्रतियोगिता
31-Mar-2025 1:53 PM
साइंस कॉलेज में सत्रहवीं युवा संसद प्रतियोगिता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दुर्ग, 31 मार्च। विपक्ष को आलोचक नहीं समालोचक होना चाहिए। संसदीय साक्षरता हम सबका नैतिक दायित्व है। भारत के प्रत्येक नागरिक को संसदीय कार्यप्रणाली का ज्ञान होना आवश्यकता है। विशेषकर हमारे देश के युवाओं को जब तक संसदीय कार्यप्रणाली का ज्ञान नहीं होगा वे स्वस्थ राजनीति की ओर प्रेरित नहीं होंगे। ये उद्गार दुर्ग के सांसद विजय बघेल ने रविवार को शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में राजनीतिशास्त्र विभाग द्वारा भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार आयोजित सत्रहवीं युवा संसद प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।

 प्रतियोगिता के आयोजन में डॉ. एस.एन. झा, डॉ. अभिनेष सुराना, डॉ. जी.एस. ठाकुर, डॉ. जनेन्द्र दीवान, डॉ. तरूण साहू, डॉ. राजेश्वरी जोशी, डॉ. राखी भारती, डॉ. शाहवाज अली, डॉ. अतिम सिंह, डॉ. रश्मि गौर, लक्ष्मेन्द्र कुलदीप, डॉ. राकेश तिवारी, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. एस.डी. देशमुख, डॉ. अजय पिल्लई, डॉ. सनत साहू, डॉ. प्रशांत दुबे का उल्लेखनीय योगदान रहा।

महाविद्यालय के रविन्द्रनाथ टैगोर सभागार में बड़ी संख्या में उपस्थित प्रतिभगाी विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों को संबोधित करते हुये सांसद विजय बघेल ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम सब में हर प्रक्रिया के संपादन का नियम निर्धारित है। प्रधानमंत्री से लेकर संसद सदस्यों तक प्रत्येक को इस प्रक्रिया का पालन करना आवश्यक है। इसी उद्ेदश्य को लेकर पूरे देश में ये कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। श्री बघेल ने उपस्थित जनसमुदाय सें जल संरक्षण के उपाय करने तथा महाअभियान में शामिल होने का आग्रह किया। कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागी युवा सांसदों को शपथ लोकसभा अध्यक्ष द्वारा विभिन्न भाषाओं हिन्दी, अंग्रेजी एवं संस्कृत में दिलवाई गई। उसके पश्चात प्रश्नकाल प्रारंभ हुआ, जिसमें पक्ष एवं विपक्ष के सांसदों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर मंत्रीगणों ने दिया।

स्वागत भाषण में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि युवा संसद प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों के साथ-साथ प्राध्यापकों को भी संसदीय कार्य प्रणाली जैसे प्रश्न पूछना, उत्तर देना, प्रश्नकाल, शून्य काल, स्थगन प्रस्ताव, आसंदी की ओर संबोधन करते हुए अपना वक्तव्य देना जैसे गतिविधियों की ज्ञानवर्धक एवं रोचक जानकारी मिलती है।  समन्वयक एवं राजनीतिशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शकील हुसैन ने युवा संसद प्रतियोगिता के विषय में प्रकाश डालते हुए बताया कि वर्तमान में इस प्रतियोगिता में कुल 55 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। सन 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस युवा संसद प्रतियोगिता को एक आन्दोलन का स्वरूप देते हुए प्रत्येक स्तर पर इसका आयोजन किया जा रहा है।  डॉ. शकील हुसैन ने बताया कि हमारे 8 समूह से कोई एक प्रतिभागी चयनित होकर दिल्ली में आयोजित होने वाले युवा संसद प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा। इसके अलावा प्रतियोगिता के 6 उत्कृष्ट प्रतिभागियों के नाम भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय को भेजे जाएंगे जहां से उन्हें उत्कृष्टता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।


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