धमतरी
पराली दान से किसानों और पर्यावरण को मिल रहा बड़ा लाभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 11 दिसंबर। ग्राम पंचायत खिसोरा सरपंच राखी साहू की पहल पर बुडेनी हायर सेकेण्डरी स्कूल के रासेयो छात्रों द्वारा सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें स्वच्छता, नशामुक्ति, स्वास्थ्य शिक्षा आदि मुद्दे पर जनजागरण किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण एवं पशुधन प्रबंधन के लिए किसानों को पराली दान करने प्रेरित किया गया।
मगरलोड ब्लॉक के खिसोरा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरपंच संघ अध्यक्ष राखी साहू ने कहा कि रासेयो में भाग लेकर विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। सेवा कार्य के माध्यम से वे समाजिक कुरीतियों के खिलाफ माहौल बना लोगों को सही दिशा दिखा सकते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीणों से कहा कि खेतों में फसल कटाई के बाद बचने वाली पराली को दान करने से क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के साथ पशुधन प्रबंधन को भी बड़ी राहत मिल सकती है। किसानों को पराली दान करने हेतु प्रेरित कर हम वायु प्रदूषण पर नियंत्रण कर गौठानों में पशु चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने इंदू पटेल, रामकुवंर यादव, बिष्णु साहू, पीलाराम, शारदा, कमलनरायण, तनेश साहू, मुस्ताक खान, युगल पटेल, राजेन्द्र, ईश्वरी पटेल, ज्योति निषाद एवं रासेयो टीम की मदद से गांव के गौठान के लिए कई ट्रेक्टर पैरा इक_ा करवा लिया। मगरलोड ब्लॉक सरपंच संघ अध्यक्ष राखी साहू ने बताया कि पैरा दान के लिए क्षेत्र के सभी 66 ग्राम पंचायतों में अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पंचायत और स्थानीय समितियों की मदद से किसानों को खेतों में पराली जलाने के लिए मना कर उन्हें पैरा दान के लिए तैयार किया जा रहा है।
इस पहल से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और हवा में जहरीले कणों का स्तर घटाने के साथ साथ गौठानों, गोशालाओं और जैविक खाद इकाइयों को मदद मिल सकती है। गाँव में इस अभियान का सकरात्मक असर नजऱ आने लगा है। पराली दान करने किसानों में जागरूकता बढ़ रही है। कई स्थानों पर पराली दान करने वाले किसानों को प्रोत्साहन एवं सम्मान भी दिया जा रहा है। कृषकों के इस कदम से आगजनी की घटनाओं में कमी आई और मिट्टी की गुणवत्ता सुधर रही है। इसी तरह की पहल कुरुद क्षेत्र में भी होने लगी है। नगर पालिका परिषद ने किसानों को खेतों में पराली जलाने के बदले यहाँ जल्द खुलने वाले गौशाला में पैरा दान करने की अपील की है। विधायक प्रतिनिधि भानु चन्द्राकर ने बताया कि पैरा संग्रह के लिए वाहन और उपकरण की व्यवस्था प्रकिया में है।
पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि यह पहल न केवल वायु प्रदूषण को कम कर रही है, बल्कि गांवों में स्वच्छता और हरित पहल को भी आगे बढ़ा रही है। पराली दान अभियान आने वाले समय में टिकाऊ कृषि और स्वच्छ वातावरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


