धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 30 नवंबर। भाजपा की अगुवाई वाली नगर पालिका परिषद कुरूद में संख्या बल में आगे विपक्षी कांग्रेसी पार्षदों ने कलेक्टर से मिल लिखित शिकायत करते हुए बताया कि सत्ता पक्ष के दबाव में अफसर पालिका बैठक में लिए गए निर्णयों के साथ छेड़छाड़ कर मनमानी व्याख्या के साथ रजिस्टर में दर्जकर व्यापक जनहित में परिषद द्वारा लिए फैसलों का अनादर कर रहे हैं। अत: लोकतंत्र से खिलवाड़ करने वाले ऐसे अधिकारियों अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
धमतरी कलेक्टर अबिनाश मिश्रा से मुलाकात कर लिखित शिकायत में नगर पालिका उपाध्यक्ष देवव्रत साहू, नेताप्रतिपक्ष डुमेश साहू, पार्षद रजत चंद्राकर, मनीष साहू, मंजू साहू, उर्वशी चंद्राकर, उत्तम साहू, अर्जुन ध्रुव ने बताया कि 11अप्रैल को परिषद् की सामान्य सभा की बैठक में विषय कमांक 8 में नये नवीन कार्यालय को पूर्ण सुविधायुक्त बनाने शासन से राशि मांग किये जाने का प्रस्ताव पास किया गया था, इस निर्णय में छेड़छाड़ कर वर्तमान नगर पंचायत भवन के सामने की चार दुकानों को तोडक़र व्यावसायिक परिसर बनाने एवं इसके लिए बैंक लोन लेने की बातें लिख दी गई है।
इसी तरह 10 जुलाई की साधारण सम्मिलन की बैठक में विषय क्रमांक 7 मंडी रोड के पास नवीन कार्यालय भवन निर्माण हेतु सर्वसम्मति से निर्णय पारित किया गया था। लेकिन महिनों बाद जारी सत्यप्रतिलिपि मिलने पर देखा गया कि इस निर्णय में भी छेड़छाड़ करते हुए नगर पंचायत कार्यालय को केनाल रोड के पास स्थानांतरित करने की बात लिखी गई है, जबकि इस विषय पर कभी कोई चर्चा नहीं हुई है।
इस तरह से कार्यवाही रजिस्टर में परिषद में लिए निर्णय से अलग लिखा जा रहा है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हनन है।
नगर हित के दोनों महत्वपूर्ण विषय पर कांग्रेस के सभी पार्षदों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर अल्टीमेटम दिया है कि परिषद की निर्णय में छेड़छाड़ करने वाले दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही एवं उपरोक्त दोनों विषय पर पुन: सामान्य सभा की बैठक में चर्चा की जाए।
इस संबंध में सीएमओ महेन्द्रराज गुप्ता ने विपक्षी पार्षदों के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि परिषद में जो निर्णय लिया जाता है, वैसे ही सत्यप्रतिलिपि में भी लिखा गया है। इनमें कोई अंतर नहीं होता।
बैठक के फौरन बाद शोसल एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से परिषद के निर्णय को सार्वजनिक किया जाता है। उन्होंने पांच महीने बाद विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे इल्जाम को सिरे से खारिज कर दिया है।


