धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 23 अक्टूबर। धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ग्रामीण क्षेत्र में लक्ष्मी पूजा के दूसरे दिन लेकिन नगर में तीसरे दिन गौरी-गौरा का विसर्जन किया गया। स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग की तमाम समझाइश को अनदेखा कर लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, लाईटें, जूते-कपड़े, गाड़ी जैसे विदेशी समानों की खरीदारी बिना भेदभाव के की। इस बार दो दिनों की दिवाली में पटाखें सहित अन्य व्यवसायियों को कमाने का दोहरा अवसर मिला।
गौरतलब हैं कि इस वर्ष लंबे समय तक हुई बरसात के चलते रंग पेंट का कारोबार मंदा रहा। खेतों में खड़ी फसल के चलते किसानों की जेब भी हल्की रही, सरकार की माली हालत का असर ठेकेदार और अफसरों पर भी नजर आया। सोने-चांदी के आसमान छूते दामों के आगे लोगों को मन मसोस कर रह जाना पड़ा। अंतिम दो दिन ही बाजार में थोड़ी रौनक दिखी। सरकार में कुरुद की भागीदारी नहीं होने से माइनिंग, कंट्रक्शन क्षेत्र के नौरत्नों एवं निकाय, त्रिस्तरीय पंचायत के ओहदेदारों ने भी रो-धोकर दीवाली मनाई।
पांच जनपथ स्थित अपने निवास में बैठे विधायक पर्व की बधाई के साथ ज्ञान भी बांटते रहे। बेतहासा बिल की तोहमत झेल रहे बिजली विभाग का काम इस बार चोखा रहा, त्यौहार के दरमियान बत्ती गुल नहीं हुई। कानून व्यवस्था की बात करें तो क्षेत्र में एक मर्डर, कुछ चाकूबाजी और जुआ फड़ की खबरें मिली है, लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया इसलिए इन घटनाओं का विवरण नहीं मिल सका। बाहरहल दो दिवसीय लक्ष्मी पूजा के बाद छत्तीसगढ़ी लोक परम्परा और आदिवासी संस्कृति में ईशर ग़ौरी गौरा का त्योहार मनाया गया।
पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर ने अपने घर के सामने ही गौरी-गौरा की शोभायात्रा का स्वागत कर श्रीफल भेंट और पूजा अर्चना कर प्रणाम किया। नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति भानु चन्द्राकर ने विभिन्न मोहल्लों में जाकर गौरी गौरा की आरती उतारी एवं वार्ड वासियों को पर्व की बधाई दी। नपा उपाध्यक्ष देवव्रत साहू ने अपने गृह क्षेत्र के उत्सव में सांकड़ लेकर कका की परम्परा को आगे बढ़ाने का काम किया। नगर पंचायत भखारा अध्यक्ष ज्योति हरख जैन ने भी दीपोत्सव के विभिन्न आयोजनों में भाग लिया।
धनतेरस के दिन से शुरू होकर गोवर्धन पूजा तक चलने वाले गौरी गौरा उत्सव नगर के गोंड पारा, बैगा पारा, सरोजनी चौक, दानीपारा, सिरसा चौक, पचरीपारा, संजय नगर, डिपो मार्ग, इंदिरा नगर आदि स्थानों में बने गौराचौरा में इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। दानीपारा गौरा समिति से जुड़े रमेशर साहू, बिसहत मिस्त्री, पार्षद डुमेश साहू, लखन, भारत साहू, विजय नगारची, रामप्यारे साहू, चेतन, खुबलाल, बलराम, राजेश साहू, बाबूलाल चक्रधारी, मगन बघेल, प्रदीप साहू, त्रिभुवन, बिष्णुराम, धनूष साहू, सुरेश, राजेश निर्मलकर, सुजीत,महेन्द्र, चेतराम साहू, भरत देवांगन,वतन महराज, कामीन, उर्वशी बाई, राकाबाई, कचरा यादव,चंद्रिका, माला, मिलापा, गंगा, सोनी, संध्या, मोनिका, युक्ति, खुशी आदि ने बताया कि इस मोहल्ले में सभी जाति के लोग मिलकर गौरी-गौरा पर्व मनाते हैं। जिसमें पारंपरिक गड़वा बाजा में गौरा गीत गाकर फ़ूल कुचरने, तालाब से मिट्टी लाने, रात्रि में गौरा जगाने, करसा परघाने से लेकर गौरा गौरी की बारात निकालने की रस्में विधि विधान से पुरी की जाती है। इस बार ग्रहण के कारण एक दिन बाद शोभायात्रा निकाल धूमाल बाजे के साथ गौरी-गौरा का विसर्जन किया गया। इस दरम्यान कई भक्तों ने आस्था पूर्वक सांकड़ लिया। शाम को गांधी चौक में यादव समाज द्वारा मंड़ाई निकाल कर गौवंश की पूजा अर्चना कर गोबर का तिलक लगाकर सभी को गोवर्धन पूजा की बधाई दी गई। प्राचीन श्री राम मन्दिर में महंत अखिलेश दास वैष्णव की अगुवाई में दिन भर अन्नकूट का प्रसादी वितरण और संध्याकाल में अयोध्या के मानिंद भव्य आतिशबाजी का नजारा पेश किया गया।


