धमतरी

कुहकुहा में ऑर्किड की खेती देखने पहुंची एपीसी निगार
09-Jun-2025 7:13 PM
कुहकुहा में ऑर्किड की खेती देखने पहुंची एपीसी निगार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद, 9 जून। विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत ग्राम पंचायत कुहकुहा में की जा रही ऑर्किड की खेती का कृषि उत्पादन आयुक्त शहला निगार ने अवलोकन किया। जहाँ ऑर्किड की खेती जमीन पर नहीं, बल्कि हवा में की जा रही है।

कुरुद जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कुहकुहा में  प्रगतिशील युवा किसान पुष्पक साहू  ने जिले में फूलों की खेती का अपने तरह का पहला प्रयोग करते हुए करीब एक एकड़ रकबे में बने पॉली हाउस में ऑर्किड के 50 हजार पौधे लगाए हैं। विकसित कृषि संकल्प शिविर में कुरुद क्षेत्र में ऑर्किड की खेती होने की जानकारी मिलने के बाद कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती निगार उसे देखने कुहकुहा पहुंची। जहां उन्होंने युवा किसान से ऑर्किड फूलों की खेती के बारे में पूरी जानकारी ली।  पुष्पक साहू ने बताया कि इंजीनियरिंग करने के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों की अच्छी वेतन वाली नौकरी छोडक़र उन्होंने अपने पुश्तैनी खेत पर ऑर्किड की खेती करने का फैसला किया।

उन्होंने बताया कि वे जमीन में नहीं, बल्कि हवा में कोयले पर ऑर्किड की खेती कर रहे हैं। उन्होंने लगभग सवा एकड़ में ऑर्किड के 50 हजार पौधे लगाए हैं। यह पौधे उन्होंने थाईलैण्ड से मंगवाए हैं। इन पौधों को उन्होंने पॉली हाउस में जमीन से लगभग तीन फीट ऊपर कोयले के बेड बनाकर लगाया है। पॉली हाउस में सिंचाई, खाद, दवा आदि के लिए स्प्रिंकलर जैसे आधुनिक सिस्टम लगाए हुए हैं। श्री साहू ने बताया कि इसके लिए उन्हें लगभग 56 लाख रूपये की सहायता भी सरकार की तरफ से मिली है।

श्री साहू ने यह भी बताया कि ऑर्किड के पौधे से अगले 10 महीने में उन्हें फ्लॉवर स्टिक मिलने लगेंगे। एक सेंटीमीटर प्रति रूपये के रेट से उन्हें इन स्टिकस का दाम मिलेगा। एक बार ऑर्किड का पौधा लगाने के बाद उससे लगातार 12 साल तक फ्लॉवर स्टिक्स मिलेंगे। अपने इस पॉली हाउस ऑर्किड खेत से सालाना लगभग 50 लाख रूपये की आमदनी होने की जानकारी कृषि उत्पादन आयुक्त को दी। श्रीमती निगार ने पुष्पक साहू के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इन पौधों में चार महीने बाद जब फूल आना शुरू होंगे, तब वे फिर से इसके अवलोकन के लिए आएंगी। उन्होंने श्री साहू को इस तकनीक को दूसरे किसानों को भी बताने को कहा। कृषि उत्पादन आयुक्त ने सरकारी तौर पर हरसंभव मदद करने के निर्देश कलेक्टर और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को दिए।।


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