धमतरी
धमतरी में जिला कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 25 दिसंबर। मनरेगा योजना का नाम बदलकर मोदी सरकार ने विकसित भारत जी राम जी कर दिया है। इससे छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है। धमतरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष तारणी चंद्राकर की अगुवाई में वर्तमान एवं पूर्व विधायकों सहित तमाम कांग्रेसी नेताओं ने मंच से भाजपा सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए भाषण और नारेबाजी के सहारे विरोध प्रदर्शन किया है।
बुधवार को पीसीसी के निर्देश पर धमतरी जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले गांधी मैदान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें कांग्रेस जिलाध्यक्ष तारणी चंद्राकर ने मोदी सरकार पर जन विरोधी सोच अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यूपीए सरकार में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में गरीब जनता को 100 दिन का रोजगार देने के उद्देश्य से महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य मकसद ग्रामीण जनता को नगद राशि प्रदान कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था। मनरेगा महज़ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि यह देश के करोड़ों गरीब, मजदूर श्रमिक परिवारों के लिए रोजग़ार और सम्मान की गारंटी है, इसमें सत्य अहिंसा और श्रम की गरिमा का संदेश देने वाले महात्मा गांधी का नाम जुड़ा था। जिसे मोदी सरकार ने गांधीवादी और जन विरोधी सोच के तहत बदल कर जी राम जी कर दिया है। इसके खिलाफ हम देशव्यापी आंदोलन कर इस योजना के नाम को बदलने का विरोध कर रहे हैं। विधायक ओंकार साहू, लक्ष्मी ध्रुव, पूर्व विधायक गुरमुख सिंह होरा, लेखराम साहू, हर्षद मेहता, जिला पंचायत सदस्य नीलम चन्द्राकर का कहना है कि कांग्रेस पार्टी गरीबों और मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा सडक़ से सदन तक संघर्ष करती रही है। दो दशक से मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी रही, इससे करोड़ों परिवारों का जीवन जुड़ा हुआ है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि योजनाओं के नाम बदलने से न तो ज़मीनी समस्याएं हल होंगी और न ही रोजगार बढ़ेगा। शरद लोहाना, विपीन साहू, मोहन लालावानी आदि कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था से खिलवाड़ का आरोप लगाया। उनका कहना है कि केंद्र सरकार मनरेगा का नाम बदल जीराम जी कर असल मुद्दों से देश का ध्यान भटका रही है। जिले के कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए मनरेगा के नाम और उसके मूल उद्देश्य से किसी भी तरह की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।


