दन्तेवाड़ा

जिले के विकास में दे योगदान - विधायक अटामी
19-Aug-2025 10:13 PM
जिले के विकास में दे योगदान - विधायक अटामी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 19 अगस्त। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज ऑडिटोरियम, जावंगा गीदम में आदिवासी विकास विभाग के तत्वावधान में ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों के पश्चात जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।   

इस अवसर पर विधायक चैतराम अटामी ने सभी बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि आज का दिन समस्त छत्तीसगढ़ वासियों और विशेषकर जिलेवासियों के लिए अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिले के आश्रम-छात्रावासों के बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारे लिए गौरव का क्षण हैं। उन्होंने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्हीं के अथक प्रयासों से मध्य प्रदेश से पृथक कर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन संभव हुआ।

उन्होंने कहा कि राज्य गठन के पश्चात शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचे और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसका प्रत्यक्ष अनुभव आज हमें हो रहा है।

उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए बताया कि उन्होंने स्वयं भी कक्षा 10वीं तक आश्रम-छात्रावास में रहकर अध्ययन किया है। पहले आश्रम-छात्रावासों में सीटों की संख्या बहुत सीमित हुआ करती थी, परंतु आज शासन-प्रशासन की सक्रिय पहल के कारण बच्चों के लिए बड़ी संख्या में नए एवं सुसज्जित आश्रम-छात्रावास स्थापित किए जा चुके हैं। शासन का प्रयास है कि किसी भी आश्रम-छात्रावास के विद्यार्थियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ सभी आवश्यक सुविधाएँ सहज रूप से उपलब्ध हों।

श्री अटामी ने कहा कि पहले बच्चों को संगीत शिक्षा के लिए खैरागढ़ संगीत महाविद्यालय जाना पड़ता था, किंतु अब मुख्यमंत्री के प्रयासों से दंतेवाड़ा जिले में भी संगीत महाविद्यालय की स्थापना हो चुकी है। इससे न केवल जिले के बच्चों को सुविधा मिली है, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने का एक नया मंच भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने जिले के समग्र विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि कभी रायपुर पहुँचने में 12 घंटे से अधिक का समय लगता था, जबकि आज यह दूरी केवल 5 घंटे में पूरी की जा सकती है। यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे क्षेत्र में तेजी से विकास की धारा प्रवाहित हो रही है। अंत में श्री अटामी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की रजत जयंती केवल उत्सव का अवसर नहीं है, बल्कि यह प्रदेश की उपलब्धियों को याद करने, उन्हें आत्मसात करने और आने वाले 25 वर्षों की दिशा तय करने का भी अवसर है।

जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की 25वीं स्थापना दिवस के आयोजन का यह अवसर हम सभी के लिए गौरवान्वित होने का क्षण है। उन्होंने उपस्थित छात्रों को शिक्षा के महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि पुस्तक ही ज्ञान का सबसे बड़ा स्रोत है और इसी ज्ञान के कारण हम आज यहां तक पहुंचे हैं।

 उन्होंने बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि पुस्तक के साथ हमेशा मित्रता करनी चाहिए, क्योंकि यही मित्रता हमें भविष्य में आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, डॉक्टर, इंजीनियर और अन्य बड़े पदों तक पहुंचा सकती है। अध्ययन के प्रति शत-प्रतिशत एकाग्रता और समर्पण सफलता की कुंजी है।

श्री मुड़ामी ने यह भी बताया कि शासन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए प्रतियोगी परीक्षा केंद्रों की स्थापना कर रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ी हर क्षेत्र में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सके।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कुंजाम, जनपद पंचायत गीदम की अध्यक्ष शकुंतला भास्कर एवं सुनीता भास्कर ने भी 25 वीं रजत जयंती के अवसर पर बच्चों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित कीं। रजत महोत्सव के इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रतियोगिता के तहत  एकल नृत्य (बालक एवं बालिका), सामूहिक नृत्य (बालक एवं बालिका), एकल गीत (बालक एवं बालिका), सामूहिक गीत (बालक एवं बालिका), लोक नृत्य (बालक एवं बालिका), शैक्षणिक गतिविधियां के अन्तर्गत भाषण, चित्रकला, निबंध प्रतियोगिता, तथा आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा की रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही इन वर्गो में प्रथम,द्वितीय, क्रम में आने वाले छात्र, छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर पायल गुप्ता, संतोष गुप्ता और सहायक आयुक्त राजीव नाग प्रमुख रूप से मौजूद थे।


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