दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 4 जुलाई। जिला प्रशासन द्वारा आश्रम छात्रावास अधीक्षक अधीक्षकों की बैठक जिला पंचायत के सभा कक्ष में शुक्रवार को ली गई । इस दौरान कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आश्रमों - छात्रावासों में सर्व सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान कलेक्टर नें आश्रम-छात्रावासों में आवश्यक व्यवस्थाओं और सतत निगरानी के संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सभी आश्रम-छात्रावासों में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत सीईओ के फोन नंबर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किए जाएं। जिससे किसी भी आपात स्थिति में छात्र व स्टाफ तत्काल संपर्क कर सकें। इसके अलावा सभी संस्थाओं में भोजन व्यवस्था के तहत मेनू में एकरूपता हो। सभी बच्चों को समान और संतुलित आहार मिल सके। साथ ही नशा मुक्ति अभियान के तहत नशे के दुष्परिणामों से संबंधित बैनर अनिवार्य रूप से लगाए जाएं और निबंध लेखन, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाए, जिससे छात्र इस विषय पर जागरूक हों।
बैठक में कलेक्टर ने आगे कहा कि प्रत्येक आश्रम, छात्रावास परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’से पौधा अवश्य लगाया जाए, और इसके लिए उद्यानिकी विभाग से समन्वय कर पौधे की मांग की जाए। अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि वे संस्था में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें और किसी भी अवकाश की सूचना संबंधित मंडल संयोजक को दें। इसके अलावा हर आश्रम, छात्रावास में मेडिकल किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो। इसके फलस्वरुप प्राथमिक उपचार की व्यवस्था बनी रहे। स्वच्छता व्यवस्था को प्राथमिकता के अन्तर्गत आश्रम परिसरों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
छात्रावासों के हर कक्ष की खिडक़ी में मच्छरों के प्रवेश को रोकने हेतु जाली लगाना अनिवार्य होना चाहिए। जिससे मलेरिया व डेंगू जैसे रोगों से सुरक्षा मिल सके।
इसके साथ ही कलेक्टर ने कहा कि कन्या आश्रमों में बिना अनुविभागीय अधिकारी की अनुमति के किसी भी पुरुष कर्मचारी का प्रवेश वर्जित रहेगा। जिससे छात्राओं की सुरक्षा और गोपनीयता बनी रहे। स्वास्थ्य परीक्षण के अंतर्गत सिकल सेल एवं एनीमिया पीडि़त बच्चों की पहचान कर सूची बनाई जाए। इन बच्चों को विशेष चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होने आगे कहा कि हर महीने ‘पालक-बालक सम्मेलन’ आयोजित किया जाए, जिससे पालकों और आश्रम प्रबंधन में बेहतर तालमेल स्थापित हो सके। इस अवसर पर सीईओ जयंत नाहटा और सहायक आयुक्त, राजीव नाग प्रमुख रूप से मौजूद थे।