दन्तेवाड़ा

सरकार पहुंच रही जनता के द्वार - केदार
06-May-2025 10:24 PM
सरकार पहुंच रही जनता के द्वार - केदार

जावंगा में समाधान शिविर, 2 हजार से अधिक आवेदनों का समाधान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 6 मई। गीदम विकासखंड के जावंगा परिसर में समाधान शिविर मंगलवार को आयोजित किया गया। इस दौरान प्रभारी मंत्री, दंतेवाड़ा केदार कश्यप ने कहा कि सुशासन तिहार के माध्यम से  जिले में जनसमस्याओं के समाधान के लिए अभिनव पहल हुई है। शासन की योजनाएं अब सीधे जनता के द्वार तक पहुंच रही हैं। सरकार की प्राथमिकता जनसुनवाई और त्वरित समाधान है।

उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार तीन चरणों में आयोजित हो रहा है। पहले चरण में 8-13 अप्रैल तक आवेदन लिए गए, दूसरे चरण में 14 अप्रैल से 5 मई तक निराकरण किया गया। विगत 5 मई से मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, सांसद एवं विधायक इन आवेदनों का निरीक्षण कर रहे हैं।

 उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बस्तर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य तेजी से हो रहा है। कांकेर और जगदलपुर के बाद अब दंतेवाड़ा में भी मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभी हाल ही में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में दंतेवाड़ा के साइंस सेंटर की सराहना का जिक्र करते हुए कहा कि इससे स्थानीय छात्रों की वैज्ञानिक प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलेगा।

मंत्री कश्यप ने कहा, जब भी मैं दंतेवाड़ा आता हूं, यहां कोई न कोई नवाचार अवश्य देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि खेल, व्यावसायिक शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में यहां की प्रतिभाएं तेजी से उभर रही हैं। जिले में खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए हॉकी और स्केटिंग जैसे खेलों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। और कोई आश्चर्य नहीं होगा की भविष्य में यहां की खेल प्रतिभाएं अन्य जिलों से मुकाबला करेगी।

इस अवसर पर विधायक चैतराम अटामी ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता के अनुरूप जनमानस की समस्याओं के त्वरित समाधान तथा जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान में राज्य शासन स्वयं लोगों के घर द्वार पहुंचकर उनकी समस्याओं और मांगों का निराकरण कर रही है। शिविर में लोगों द्वारा प्रस्तुत आवेदनों को निराकृत तो किया ही जा रहा है, साथ ही जिन आवेदनों का संबंध राज्य शासन स्तर पर है, उनका भी प्राथमिकता के आधार पर भविष्य में निराकरण किया जाएगा। राज्य शासन की प्रमुख योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आगे कहा कि राज्य शासन द्वारा प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के 18 लाख से अधिक परिवारों के लिए आवास स्वीकृत किया गया है।

 उन्होंने कहा कि ग्रामीण अब भी इन समाधान  शिविरों के माध्यम से भी अपने मांग संबंधी आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। इसके लिए उन्हें शासकीय कार्यालयों की चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सर्व सुलभ बनाने के लिए पहुंच विहीन ग्रामों में भी एंबुलेंस सेवा को सुनिश्चित किया जा रहा हैं। इस क्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नंदलाल मुड़ामी ने भी अधिक से अधिक लोगों को समाधान शिविर में भागीदारी करने की अपील की। 

जावंगा समाधान शिविर में 2 हजार 3 सौ 56 आवेदनों में 2 हजार 2 सौ 66 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया। और शेष 90 प्रकरणों पर कार्य प्रगतिरत है।

महिला समूहो को 1-1 लाख के चेक

 मंत्री ने शिविर में लाभार्थियों को राशन कार्ड, मछली जाल, आइस बॉक्स, आयुष्मान कार्ड, बैसाखी और ट्राइसाइकिल जैसे सामग्री वितरित की। साथ ही स्व सहायता समूहों जय अम्बे (मड़से), गायत्री (नागुल) एवं दंतेश्वरी (पनेड़ा) स्व सहायता समूह को एक-एक लाख रुपये की चेक राशि प्रदान की गई। साथ ही उक्त समाधान शिविर में महिला बाल विकास विभाग द्वारा गोद भराई एवं शिशुओं के अन्नप्रासन्न की रस्म अदायगी की गई। इस समाधान शिविर में जावंगा के अलावा नागूल, कटूलनार, माड़पाल, मड़से, हाउरनार, बड़े पनेड़ा, गुमडा के पंचायतों के ग्रामीण उपस्थित हुए। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरविन्द कुंजाम, जनपद पंचायत अध्यक्ष गीदम श्रीमती शकुंतला भास्कर, जनपद पंचायत अध्यक्ष दंतेवाड़ा सुनीता भास्कर, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत उपाध्यक्ष, मुख्य वन संरक्षक आर.सी दुग्गा, कलेक्टर कुणाल दुदावत, सीईओ जयंत नाहटा और डीएफओ सागर जाधव प्रमुख रूप से मौजूद थे।


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