दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 26 मार्च। दंतेवाड़ा में पुलिस की विशेष पहल घर वापस आईये अभियान अंतर्गत कामयाबी की फेहरिस्त बुधवार को लंबी हो गई। पुलिस उपमहानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, महानिरीक्षक सीआरपीएफ विकास अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक गौरव राय के समक्ष आधा दर्जन ईनामी नक्सली लीडरों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया। इनमें तीन लीडरों पर 13 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक गौरव राय द्वारा नक्सली संगठन के सदस्यों से नक्सली संगठन छोडक़र मुख्य धारा में जुडऩे की अपील की जा रही है इसके फलस्वरूप नक्सलियों द्वारा सैकड़ो की संख्या में घर वापसी की जा चुकी है। इसी क्रम में पूर्वी बस्तर डिवीजन अंतर्गत प्लाटून 6 की सदस्य शांति मंडावी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया। शांति बस्तर जिला अंतर्गत मालेवाही थाना के बोदली की निवासी है। उक्त लीडर विभिन्न नक्सली वारदातों में भागीदार थी इसके फलस्वरूप राज्य शासन द्वारा 8 लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया था।
नक्सली लीडर सुखराम उर्फ बादल मरकाम द्वारा घर वापसी की गई। सुखराम उत्तर सब जोनल सदस्य के तौर पर कार्यरत था। सुखराम कटेकल्याण थाना अंतर्गत टेटम ग्राम का निवासी है। उक्त लीडर से लीडर अनेक नक्सली वारदातों में शामिल था। राज्य शासन द्वारा इस पर 3 लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया था।
जगरगुंडा आरपीसी चेतन नाट्य मंडली अध्यक्ष प्रकाश उर्फ चिन्ना सोड़ी ने भी आत्मसमर्पण किया। उक्त नक्सली सुकमा जिला अंतर्गत जगरगुंडा थाना के बैयमपल्ली का निवासी है। इस लीडर पर 2 लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया था। वहीं मुकेश उर्फ कमलू सुंडाम ने भी घर वापसी की। यह नक्सली लीडर जगरगुंडा थाना अंतर्गत बैयमपल्ली जनताना सरकार उपाध्यक्ष के तौर पर सक्रिय था। मलांगीर एरिया कमेटी अंतर्गत बुरगुम आरपीसी सदस्या सन्नी मुचाकी ने भी आत्मसमर्पण किया।
एक अन्य नक्सली जोगा मुंडाम ने घर वापसी की। जोगा जगरगुंडा थाना अंतर्गत परलागट्टा संगम सदस्य के तौर पर सक्रिय था। इस सफलता में जिला आरक्षी बल और बस्तर फाइटर के जवानों की सराहनीय भूमिका रही। घर वापस आईये अभियान अंतर्गत 221 ईनामी नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।