दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 29 दिसंबर। केंद्र सरकार द्वारा आकांक्षी जिलों में नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने दंतेवाड़ा जिला कार्यालय में आकांक्षी जिला दंतेवाड़ा के जिले के स्वास्थ्य, सुपोषण और शिक्षा तथा कृषि में विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों की प्रगति का मूल्यांकन किया। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा बच्चों में सुपोषण वृद्धि हेतु आंगनबाडिय़ों में ‘‘यूनिवर्सल अंडा’’ वितरण कार्यक्रम की विशेष रूप से सराहना करते हुए और अन्य जिलों में भी इस कार्यक्रम को लागू करने की बात कही।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने इस समीक्षा बैठक में जैविक कृषि जिला अन्तर्गत दंतेवाड़ा में अब तक किए गए प्रयासों को भी अनुकरणीय बताते हुए जैविक उत्पादों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग और निर्यात तथा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के साथ समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक में जिले के प्रभारी कलेक्टर जयंत नाहटा द्वारा केन्द्रीय राज्य मंत्री को जिले के अन्तर्गत स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, पीएचई (लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग), वित्त, और कौशल विकास के क्षेत्र में चल रहे प्रगति मूलक विषयों एवं किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार पूर्वक अवगत कराया गया।
इसके अलावा बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने, संस्थागत प्रसव, अस्पतालों की आधारभूत संरचना सुदृढ़ करने, और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के प्रयास। महिला एवं बाल विकास कुपोषण उन्मूलन, महिलाओं के सशक्तिकरण और बाल कल्याण के संबंध में केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और डिजिटल शिक्षा, युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों को प्राथमिकता देने की बात कही और किसानों की आय दोगुनी करने और आधुनिक कृषि तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर बल देते हुए स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और जल संरक्षण उपायों को लागू करने पर जोर दिया।
उन्होंने बैठक में कहा कि बैठक का उद्देश्य आकांक्षी जिलों में समग्र विकास को प्रोत्साहन देना और जीवन स्तर में सुधार करने के साथ ही लक्ष्यों को प्राप्त करने में आ रही चुनौतियों और सके समाधान के लिए कार्ययोजना बनाए जाना भी है। समीक्षा के दौरान, उन्होंने आकांक्षी जिलों में चल रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी और इन योजनाओं में आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण स्तर, शिक्षा के बुनियादी ढांचे और कौशल विकास के कार्यक्रमों में सुधार करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आकांक्षी जिलों में जनभागीदारी को बढ़ावा देने और केंद्र तथा राज्य सरकार की योजनाओं के समन्वय से कार्यों को अंतिम लक्ष्य तक पहुंचाए। इसके लिए समयबद्ध ढंग से लक्ष्यों को पूरा करने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नवीनतम तकनीक के उपयोग को उन्होंने जरूरी बताया।
इस दौरान विभागों द्वारा भी आकांक्षी जिला के संबंध में आ रही चुनौतियों और समस्याओं तथा इसके समाधान के विषय में भी अवगत कराया गया। बैठक के समापन पर श्रीमती पटेल ने जिला प्रशासन द्वारा प्रारंभ किए गए नवचारी महलों का विशेष उल्लेख करते हुए बेहतर कार्य करने की शुभकामनाएं दी। इस समीक्षा बैठक में क्षेत्र के विधायक चैतराम अटामी, जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे और एसडीएम अभिषेक तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद थे।