दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा, 8 दिसंबर। कृषक उन्नति योजना से लाभ लेने में जिले के किसान भी पीछे नहीं है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य फसल क्षेत्राच्छादन, उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना, फसल के काश्त लागत में कमी लाकर कृषकों के आय में वृद्धि करना, उनके सामाजिक आर्थिक स्तर में सुधार, कृषकों को उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, मानव श्रम, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनीकी में निवेश को प्रोत्साहन देना है। कुल मिलाकर कृषि क्षेत्र को लाभ के व्यवसाय के रूप में परिवर्तित करना है।
इस प्रकार कृषक उन्नति योजनान्तर्गत वर्ष 2024 में दंतेवाड़ा जिले के 7841 कृषकों को आदान सहायता राशि 2532.67 लाख रुपये प्रदाय किया गया। वर्तमान में इसके अन्तर्गत जिले में पंजीकृत कृषकों की संख्या 16374 है। जिन्हें कृषक उन्नति योजना का लाभ दिया जा रहा है। कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों के खातों में सीधे 3100 रुपये प्रति क्विंटल के मान स अंतर राशि राज्य शासन के द्वारा जमा की जा रही है।
इस क्रम में विकासखंड कटेकल्याण के कृषक लच्छू, (पिता सहदेव) द्वारा 120 क्विंटल धान बेचा गया था। जिन्हें 110040 रुपये मिले एवं विकासखण्ड गीदम के कृषक बसंत (पिता रंजन) द्वारा 200 क्विंटल धान बेचा गया। जिन्हें 183400 रुपये मिले तथा महादेव (पिता महांगू) द्वारा 300 क्विंटल धान बेचा गया। जिन्हें 275100 रुपये मिले।
‘कृषक उन्नति योजना’’ अंतर्गत आदान सहायता राशि जैविक किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। जिससे किसान आत्मनिर्भर बनने के साथ अपने छोटी-छोटी आवश्यकताओं की पूर्ति कर पर रहे हैं। जिले के लघु व सीमान्त किसानों के बीच इस योजना ने सार्थकता अर्जित कर ली है। इसलिए जिले के सभी किसान इस महत्त्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन के लिये छ.ग. शासन व प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रति बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं।